शाहजहांपुर में बाघ की सूचना पर दौड़ी वन विभाग की टीम
शाहजहांपुर जेएनएन। बाघ की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही है। कटरा व खुदागंज में ब
शाहजहांपुर, जेएनएन। बाघ की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही है। कटरा व खुदागंज में बुधवार सुबह बाघ देखे जाने की सूचना पर वन विभाग व पुलिस की टीमें पहुंचीं। कांबिग की, पगमार्क देखे तो सियार के निकले। हालांकि ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील की गई है।
कटरा के फीलनगर गांव के सामने बरेली-जलालाबाद राज्य राजमार्ग के किनारे स्थित पेट्रोल पंप के मैनेजर दीनदयाल गंगवार, गांव के विश्राम व लालता प्रसाद ने सुबह बुधवार सुबह बजे पास के गन्ने के खेत में बाघ जाते हुए देखा। इस बीच इसी मार्ग पर किनारे पेट्रोल पंप के सामने स्थित बृजविद्या एकेडमी परिसर में मौजूद चौकीदार सुरेश पाल सिंह, राजमिस्त्री धनपाल सिंह, अमित कुमार सिंह आदि ने बाघ देखने का शोर मचाया। सूचना पर प्रबंधक अरुण कुमार सिंह यादव चैनू व प्रभारी निरीक्षक हरपाल सिंह बालियान, वन क्षेत्राधिकारी पीसी पंत टीम के साथ मौके पर पहुंचे। खेतों में कांबिग की। जो पगमार्क दिखे सियार के बताए। खुदागंज के परमानंदपुर गांव में भी बाघिन के शावकों के साथ देखने की सूचना मिली, जिस पर टीम वहां पहुंची और कांबिग की। वन क्षेत्राधिकारी पीसी पंत ने बताया कि नगला इब्राहीपुर में बाघिन के पगमार्क मिले हैं, लेकिन इंफ्रारेड कैमरों में वह ट्रेस नहीं हुई है। उन्होंने परमानंदपुर, हत्सा, अलियापुर, पहाड़ीपुर भूपत आदि गांवों के खेतों में कांबिग की।
कैमरे में दिखा बाघ, वन विभाग ने जारी किया अलर्ट
संसू, मीरानपुर कटरा : कटरा के नगला व खुदागंज के हत्सा गांव के बीच 12 जनवरी से बाघ की तलाश की जा रही थी। वहां लगाए गए इंफ्रारेड कैमरे में देर शाम बाघ घूमते नजर आया। जिसके बाद डीएफओ आदर्श कुमार ने उस क्षेत्र को टाइगर प्रभावित क्षेत्र घोषित करते हुए ग्रामीणों को न आने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि अगर बहुत जरूरी हो तो समूह बनाकर जाएं। आपस में बातचीत करते रहें। घर से बाहर जाने पर टॉर्च और ंडंडा लेकर जाएं। उन्होंने बताया कि बाघ वनक्षेत्र से भटककर यहां आया है इसलिए इसके स्वयं वापस जाने या रेस्क्यू किये जाने तक लोगों को एहतियात बतरना होगा।