50 फीसद लक्ष्य पूरा, एफसीआइ ने 218 फीसद धान खरीदा
दो केंद्र प्रभारियों के खिलाफ एफआइआर तथा जिला प्रबंधकों को नोटिस के बाद धान खरीद ने गति पकड़ ली है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : दो केंद्र प्रभारियों के खिलाफ एफआइआर तथा जिला प्रबंधकों को नोटिस के बाद धान खरीद ने गति पकड़ ली है। सोमवार को 1.83 लाख मीट्रिक टन धान खरीद के साथ 50 फीसद लक्ष्य पूर्ण कर लिया गया। राज्य संस्थाओं ने मात्र 48 फीसद ही धान खरीदा जबकि एफसीआइ ने 218 फीसद की खरीद के साथ जिले का ग्राफ बढ़ा दिया है।
जनपद के चार लाख से अधिक किसानों से धान खरीद के लिए जनपद में 177 क्रय केद्र स्थापित किए गए। शुरुआत में किसानोल् के बजाय बिचौलिखयों से धान खरीद लक्ष्य पूरा किया गया। मामला पकड़े जाने पर दो केंद्र प्रभारियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया। दो जिला प्रबंधकों समेत डिप्टी आरएमओ अविनाश को प्रतिकूल प्रविष्टि भी दी गई। इस कार्रवाई के बाद धान खरीद में तेजी आई। सोमवार तक 3.610 लाख मीट्रिक टन के सापेक्ष 1.83 लाख की धान खरीद के साथ 50 फीसद का लक्ष्य पूरा कर लिया गया।
गत वर्ष के सापेक्ष बेहतर खरीद
फोटो 18 एसएचएन 44
गत वर्ष 18 नवंबर तक मात्र 17014.872 मीट्रिक टन धान खरीद हुई थी। इस वर्ष 1.66 लाख अधिक खरीद हो चुकी है।
जो कि 2017-18 की खरीद 143940 एमटी से भी अधिक है। यह खरीद संतोष जनक है। जल्द ही धान खरीद में जनपद प्रदेश में पहले नंबर पर हेागा।
अमर पाल सिंह, जिला खरीद अधिकारी व एडीएम वित्त एवं राजस्व
इंसेट
विभागवार धान खरीद लक्ष्य पर एक नजर
विभाग : क्रय केंद्र - कुल खरीद - फीसद प्राप्ति
आरएफसी : 32 - 52113.920 - 37.764
सोसाइटी : 10 - 10263.520 - 85.52
पीसीएफ : 37 - 26488.470 - 44.89
यूपी एग्रो : 03 - 2741.900 - 40.924
एसएफसी : 12 - 18999.250 - 75.997
केकेएन : 06 - 4846.320 - 40.386
पीसीयू : 33 - 25801.673 - 51683
यूपीएसएस : 30 - 24805.480 - 70.870
नेफेड : 07 - 6191.780 - 345.399
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कुल योग : 177 - 26400.700 - 7.422
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एफसीआइ : 07 - 11596 - 218.807
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महायोग : 177 - 183849.073 - 50.928
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कलान में क्रय केंद्रों पर सन्नाटा, हरियाणा भेजा जा रहा धान
कलान तहसील के क्रय केंद्रों पर धान खरीद छलावा साबित हो रही है। यहां क्रय केंद्रों पर दिन में सन्नाटा रहता है। पचदेवरिया, पहाड़पुर, नरसुइया, टडई में लगा केंद्र दिन में बंद रहता है। पचदेवरिया का सेंटर ही ढूंढे नहीं मिल रहा है। किसान बिचौलियों के हाथ धान बिक्री को मजबूर है। यहां एक माफिया सक्रिय है, व्यापारी बताते है कि यहां से धान हरियाणा के लिए भेजा जा रहा है। एसडीएम रमेश बाबू भी इस बावत कुछ बोलने को तैयार नहीं है। ज्यादा कहने पर यह कह देते कि चलो धान डलवा देते है।
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