बिजली खपत बढ़ने से आपात कटौती बढ़ी
जेएनएन, शाहजहांपुर : भीाषण गर्मी की वजह से तीन माह के भीतर 100 मेगावाट से अधिक बिजली खपत में इजाफा हो गया है। सिंचाई के लिए पूरे दिन मोटर चलाए जाने की वजह से यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। इससे ओवरलोडिंग भी बढ़ रही है। इससे 33 केवी बिजलीघरों की लाइन डैमेज हो रही है, जिससे जनपद में बिजली संकट बढ़ रहा है।
मार्च में जनपद की बिजली खपत करीब 250 मेगावाट के करीब थी। लेकिन तीन माह के भीतर ही मांग 350 मेगावाट से अधिक हो गई है। यह मांग लगातार बढ़ती ही जा रही है। धान की सिंचाई की वजह से दो माह बाद बिजली खपत का आंकड़ा 450 से 500 मेगावाट के बीच पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इन दिनों सिंचाई के लिए पूरे दिन नलकूप चलाए जा रहे है। जनपद में एक साथ 7.5 से 15 हार्सपावर के 22 हजार नलकूपों के संचालन की वजह से बिजली संकट बढ़ रहा है। विद्युत वितरण खंड प्रथम के अधिशासी अभिंयता रंजीत कुमार का कहना है कि जनपद में नलकूप फीडरों का लोड सामान्य क्षमता से 90 एंपियर तक अधिक लोड पहुंच रहा है। इस कारण लाइन ट्रिप हो रही है। शहर से लेकर गांव तक ट्रिपिंग की समस्या बहुतायत में है। गुरुवार को शाम गोविंदगंज, बहादुरगंज, ककरा, हथौड़ा बिजली घर में पीक टाइम के समय दस से अधिक बार ट्रिपिंक हुई। कटरा, खुदागंज, जैतीपुर, पुवायां तथा जलसलाबाद में भी बिजली संकट बना है।
बिजली चेकिंग अभियान में ओटीएस पर जोर
बिजली विभाग सुचारू आपूर्ति के लिए बकाया वसूली पर भी जोर दे रहा है। गुरुवार को जनपद के सभी विद्युत वितरण खंडों में चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान बकायेदारों के कनेक्शन काटने के साथ ही उन्हें एक मुश्त समाधान योजना का लाभ के लिए प्रेरित किया गया।