एकादशी पर पिलाया शर्बत, संकट मुक्ति को सुंदरकांड पाठ
गंगा दशहरा के दूसरे दिन श्रद्धालुओं ने निर्जला एकादशी का व्रत रखा। तमाम श्रद्धालुओं ने राहगीरों को शर्बत पिलाया। घड़े सुराही दान किए।
जेएनएन, शाहजहांपुर : गंगा दशहरा के दूसरे दिन श्रद्धालुओं ने निर्जला एकादशी का व्रत रखा। तमाम श्रद्धालुओं ने राहगीरों को शर्बत पिलाया। घड़े सुराही दान किए। संकट मुक्ति के लिए सुंदरकांड पाठ तथा अखंड पाठ के आयोजन हुए।
मठिया आश्रम में निर्जला एकादशी तथा बड़े मंगल के उपलक्ष्य में सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया। फिजिकल डिस्टेंसिंग के साथ संतों व भक्तों ने संगीतमय पाठ किया। अंत में कोरोना वायरस के नाश व लोककल्याण के लिए शांति पाठ किया। कार्यक्रम में महंत रामशरण दास, परमात्मा दास, विकास, विपिन आदि का सहयोग रहा। लाला तेजी बजरिया स्थित बाला जी दरबार में अखंड पाठ का आयोजन किया गया। वार्षिक समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित कायक्रम में माता सुमति ने पूजा अर्चना की। इस दौरान भक्तों को घर प्रसाद भी भिजवा गया। कार्यक्रम में गंगाराम यादव, हर्षम यदुवंशी, संतोष, अमितेश, मुकेश, राजेश, द्वारिका, महावीर आदि ने फिजिकल डिस्टेंसिंग व मास्क के साथ प्रतिभागिता की।
जिला अस्पताल के सामने पेट्रोल पंप के पास प्याऊ लगाकर श्रद्धालुओं ने राहगीरों को शर्बत पिलाया। हालांकि गत वर्ष के सापेक्ष इस बार प्याऊ की संख्या सीमित रही। शाम को तमाम लोगों ने घड़े व सुराही खरीदकर दान किए।