मजबूत हाथों में होनी चाहिए देश की बागडोर
शहर के सबसे व्यस्त स्थानों में एक घंटाघर। रात के 11 बज चुके थे।
जेएनएन, शाहजहांपुर : शहर के सबसे व्यस्त स्थानों में एक घंटाघर। रात के 11 बज चुके थे, लेकिन कुछ दुकानें अब भी खुली थीं। जूस कार्नर पर युवा खड़े थे। हाथ में जूस का गिलास थामे चुनाव पर चर्चा कर रहे थे। हम भी उनकी चर्चा में शामिल हो लिये। संजीव कुमार का कहना था कि चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जाना चाहिए। देश का विकास होगा तो बेरोजगारी दूर होगी। मुकेश बोले सरकार किसी की भी बने, लेकिन विकास की बात सर्वोपरि होनी चाहिए। आकाश ने बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि किसी भी देश की धुरी वहां का विकास होता है। जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और मूलभूत समस्याएं सभी शामिल होती हैं। हरीश अरोरा ने कहा कि मोदी सरकार में गुंडागर्दी खत्म हुई है। नदीम ज्यादा सहमत नहीं दिखे, बोले कि ऐसा करने के लिए युवा सोच चाहिए। अखिलेश यादव राहुल गांधी से प्रधानमंत्री पद के अच्छे उम्मीदवार है। मोहम्मद अनीस बोले कि इस सरकार में अपराध कम हुए हैं। सरकार किसी की भी बने उसे निष्पक्ष रूप से काम करना चाहिए। आमिर खान बोले की सर्व शिक्षा अभियान को बढ़ावा देने के लिए शिक्षकों की भर्ती जरूरी है। देश में रोजगार के साधन उपलब्ध होने चाहिए। ताकि नौकरी करने के लिए घर से बाहर नहीं जाना पड़े। देश में होनहार लोगों की कमी नहीं है, लेकिन उन्हें अवसर नहीं मिलते। विदेश जाना पड़ता है। फैजान ने बात काटते हुए कहा कि यही तो चाहते हैं कि सरकार उसकी बनवाएं जो भेदभाव न करे। देश हित के बारे में सोचे। कमाल खान जाति और धर्म के नाम पर हो रही राजनीति से आहत थे। बोले कि आयोग की सख्ती के बाद भी नेता बाज नहीं आ रहे हैं। राजनीतिक दलों को भी समझना चाहिए कि भारत में रहने वाला हर व्यक्ति भारतीय है। देश की बागडोर मजबूत हाथों में होनी चाहिए।