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बनना है बेहतर खिलाड़ी तो अच्छी सेहत से करें 'यारी'

खेलों में भी आसानी से करियर बनाया जा सकता है। लेकिन इसके लिए कड़ी मेहनत लगन के साथ सेहत पर विशेष ध्यान देना होगा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 11:20 PM (IST)Updated: Wed, 04 Dec 2019 11:20 PM (IST)
बनना है बेहतर खिलाड़ी तो अच्छी सेहत से करें 'यारी'

जेएनएन, शाहजहांपुर : खेलों में भी आसानी से करियर बनाया जा सकता है। लेकिन इसके लिए कड़ी मेहनत, लगन के साथ सेहत पर विशेष ध्यान देना होगा। यह बात दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में जिला क्रीड़ा अधिकारी जितेंद्र भगत ने फोन पर पाठकों से कही। जिला क्रीड़ा अधिकारी ने बताया कि नेहरू युवा केंद्र की ओर से समय-समय पर ब्लाकों में खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जा रहा है। इसके अलावा स्पो‌र्ट्स स्टेडियम हथौड़ा में खिलाड़ियों को मिलने वाले प्रशिक्षण के बारे में भी बताया। रजिस्ट्रेशन कराकर छात्र-छात्राएं किसी भी खेल का प्रशिक्षण नियमित प्राप्त कर सकते हैं। प्रश्न : गांवों में मैदान खाली पड़े हैं फिर भी बच्चों को खेलों का प्रशिक्षण नहीं मिल मिल पाता है।

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रुद्र प्रताप, परसरा परसरी

उत्तर : यदि कहीं मैदान है और वहां के बच्चे भी खेलों के प्रति दिलचस्पी रखते हैं तो प्रादेशिक विकास दल विभाग से संपर्क करते हैं। प्रश्न : खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेल विभाग की ओर से क्या-क्या प्रयास किए जा रहे हैं।

अमित लोधी राजपूत

उत्तर : स्पो‌र्ट्स स्टेडियम हथौड़ा में बच्चों को नियमित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। फुटबाल का कोच भी है। अन्य खेलों के कोच भी जल्द मिलने की उम्मीद है। ताकि प्रतिभाओं को बेहतर प्लेटफार्म मिल सके। प्रश्न : जिले में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, लेकिन उन्हें प्रशिक्षण ठीक से नहीं मिल पाता है।

आलोक भोजवाल, निगोही

उत्तर : खेल विभाग की ओर से शहर से लेकर गांव तक बच्चों को खेलों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। वे नियमित अभ्यास करें ताकि खेलों में भी देश का नाम रोशन हो सके। प्रश्न : स्टेडियम में मौजूदा समय में किन-किन खेलों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

आशुतोष शुक्ला, हथौड़ा

उत्तर : फुटबाल, हॉकी, बैडमिटन सहित सभी प्रमुख खेलों का प्रशिक्षण स्टेडियम में कराया जा रहा है। जिन खेलों के कोच नहीं है उन्हें सीनियर खिलाड़ी अभ्यास कराते है। प्रश्न : खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। फिर भी खिलाड़ी असफल हो रहे है।

उत्तर : खेल को सिर्फ मनोरंजन के तौर पर खेल रहे हैं। यदि मन में कोई लक्ष्य तय कर लें और मेहनत करें तो निश्चिततौर पर कामयाबी मिलेगी।

शिवेंद्र प्रताप, लधौला चेना


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