Chinmayananda case : चिन्मयानंद और छात्रा की रिमांड पर बहस पूरी, आज आएगा फैसला
चिन्मयानंद छात्रा व अन्य तीनों युवकों की रिमांड पर सीजेएम की कोर्ट में बहस हुई। तीनों पक्षों के वकीलों ने एसआइटी को रिमांड देने का विरोध किया। इस पर जज ने फैसला सुरक्षित कर दिया।
शाहजहांपुर, जेएनएन। चिन्मयानंद, छात्रा और अन्य तीनों युवकों की रिमांड पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की कोर्ट में शुक्रवार को बहस हुई। तीनों पक्षों के वकीलों ने विशेष जांच दल (एसआइटी) को रिमांड देने का विरोध किया। इस पर जज ने फैसला सुरक्षित कर दिया है। अब शनिवार को फैसला आएगा।
एसआइटी ने मुख्य दंडाधिकारी कोर्ट में गुरुवार को प्रार्थना पत्र दिया था, जिसमें दुष्कर्म व रंगदारी के मामलों की जांच में चिन्मयानंद, छात्रा व तीनों युवकों का रिमांड मांगा था। ताकि दोनों मामलों में वायरल हो रहे वीडियो व उन पांचों की आवाज का सैंपल लेकर लैब में मिलान कराया जा सके। इस पर शुक्रवार दोपहर दो बजे के बाद बहस हुई। तीनों पक्षों के वकीलों ने रिमांड दिए जाने का विरोध किया। इसको लेकर अपने तर्क भी रखे। जिसके बाद मुख्य दंडाधिकारी ओमवीर सिंह ने शनिवार तक रिमांड देने पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया।
यह है मामला
चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली छात्रा ने एसआइटी को 43 वीडियो क्लिप वाली एक पेन ड्राइव सौंपी थी। इसके अलावा चिन्मयानंद व छात्रा के कुछ वीडियो भी वायरल हुए थे, जिनके आधार पर छात्रा ने चिन्मयानंद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। वहीं, दो अन्य वीडियो भी वायरल हुए थे, जिनमें एक कार में छात्रा, उसका दोस्त संजय सिंह व दो अन्य युवक नजर आ रहे थे। वीडियो में बातचीत के आधार पर उन चारों लोगों पर चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने का आरोप लगाया गया था। दोनों ही मामलों में एसआइटी चिन्मयानंद, छात्रा व तीनों युवकों को जांच के आधार पर जेल भेज चुकी है, लेकिन वायरल हो रहे वीडियो व पांचों की आवाजों का मिलान कराया जाना बाकी है।
कॉलेज से लेकर दिव्यधाम तक की मैपिंग
एसआइटी ने दुष्कर्म प्रकरण की जांच तेज कर दी है। लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी टीम मुमुक्षु आश्रम पहुंची। लॉ कॉलेज व दिव्यधाम में पड़ताल की। टीम के सदस्य पहले लॉ कॉलेज गए। वहां कुछ देर रुकने के बाद उस कंप्यूटर लैब व लाइब्रेरी का मुआयना किया जहां छात्र काम करती थी। उसके बाद टीम हॉस्टल पहुंची। वहां पर लॉ कॉलेज से लेकर हॉस्टल व हॉस्टल से लेकर चिन्मयानंद के आवास दिव्यधाम तक की मैङ्क्षपग की। इस दौरान हॉस्टल के गेट, कॉलेज व दिव्यधाम से दूरी, आने-जाने के लिए गेट आदि को देखा। इसके बाद टीम दिव्यधाम के अंदर भी गई। वहां का मुआयना करने के बाद दोपहर करीब एक बजे टीम वापस हो गई।
कार ट्रेस, दो लोगों के नाम सामने आने का दावा
छात्र ने 24 अगस्त को फेसबुक आइडी पर वीडियो वायरल किया था, जिसके बाद से वह लापता हो गई थी। बाद में उसे 30 अगस्त को राजस्थान के दौसा से बरामद किया गया था। उसके साथ में उसका दोस्त संजय सिंह मिला था। इन तक पहुंचने में एसआइटी को दिल्ली से दौसा तक कार ले जाने वाले ड्राइवर की लोकेशन ट्रेस होने से मदद मिली थी। जांच में उस कार को ट्रेस कर लिया गया है जो शाहजहांपुर से दिल्ली तक जाने में प्रयोग की गई थी। इससे संबंधित दो लोगों के नाम भी सामने आए हैं।
एसआइटी ने जेल में जाकर छात्रा से पूछताछ की। इसके बाद उसके घर जाकर उसकी मां से सवाल-जवाब किए। दुष्कर्म के आरोप में चिन्मयानंद और उनसे रंगदारी मांगने पर छात्र जेल में बंद है। दोपहर करीब दो बजे एसआइटी जेल पहुंची और छात्र से करीब डेढ़ घंटा तक पूछताछ की। टीम ने जेल प्रशासन से चिन्मयानंद, छात्रा, उसके दोस्त संजय और विक्रम, सचिन की सुरक्षा व अन्य बिंदुओं के बारे में जानकारी ली। एसआइटी की दूसरी टीम ने घर जाकर छात्र की मां से पूछताछ की। उनसे आश्रम के कॉलेज में नौकरी, हॉस्टल में रहने के अलावा दिव्यधाम के बारे में भी जानकारी हासिल कर टीम लौट गई।