चिन्मयानंद प्रकरण : छात्रा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर लगाया दुष्कर्म का आरोप
छात्रा के पिता ने जागरण को बताया कि बेटी ने साउथ दिल्ली थाने में स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत करते हुए तहरीर दी थी।
शाहजहांपुर, जेएनएन। वीडियो वायरल कर पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाने वाली छात्रा ने उनके खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए साउथ दिल्ली थाने में तहरीर दी है। छात्रा के पिता का कहना है कि उनकी शिकायत पर तस्करा डालने के बाद तहरीर एसआइटी को ट्रांसफर करने की बात कही गई है। इस बाबत स्थानीय अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते रहे।
छात्रा के पिता ने जागरण को बताया कि बेटी ने साउथ दिल्ली थाने में स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत करते हुए तहरीर दी थी। चूंकि इस मामले की जांच एसआइटी के पास है, इसलिए वहां की पुलिस ने तस्करा डालने के बाद शिकायत एसआइटी को ट्रांसफर करने की बात कही। इस प्रकरण में एसआइटी की ओर से कोई बयान नहीं आया। देर शाम तक न तो मुकदमा दर्ज कराया गया और न ही छात्रा का मेडिकल हुआ। बताया जा रहा है कि रविवार को एसआइटी तक शिकायत पहुंची नहीं थी।
मामला एसआइटी को भेजा जाएगा
एएसपी सिटी शाहजहांपुर, दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि दुष्कर्म के आरोप का मामला संज्ञान में नहीं है। हो सकता है कि दिल्ली में शिकायत दर्ज हुई हो। अगर ऐसा है तो यह मामला एसआइटी को भेजा जाएगा।
शाहजहांपुर में दर्ज हो सकता है मुकदमा
छात्रा के पिता के अनुसार, साउथ दिल्ली थाने में तहरीर दी गई। उसे रिकॉर्ड में लेते हुए जीडी (जनरल डायरी) में तहरीर के बाबत जानकारी दर्ज की गई। चूंकि एसआइटी जांच कर रही इसलिए बयान दर्ज होने के बाद अब इस टीम के निर्देश पर ही मुकदमा दर्ज होगा। जोकि शाहजहांपुर की चौक कोतवाली में लिखाया जा सकता है। छात्रा इसी क्षेत्र की रहने वाली है।
दिल्ली में दी तहरीर
24 अगस्त को फेसबुक पर वीडियो वायरल कर छात्रा ने स्वामी चिन्मयानंद पर गंभीर आरोप लगाए और लापता हो गई थी। 27 अगस्त को पिता ने चौक कोतवाली में तहरीर देकर आरोप लगाया कि स्वामी चिन्मयानंद ने उनकी बेटी व अन्य छात्राओं का शारीरिक शोषण-दुष्कर्म किया और गायब करा दिया। लेकिन पुलिस ने मुकदमा केवल अपहरण का ही दर्ज किया था। इसीलिए छात्रा ने दिल्ली में तहरीर दी।
छात्रा व पिता के बयान दर्ज
पूर्व केंद्रीय मंत्री चिन्मयानंद पर लगे आरोपों की जांच कर रही विशेष जांच दल (एसआइटी) ने पीडि़त छात्रा और उसके पिता ने घंटों पूछताछ की। दोनों को अलग-अलग बुलाया गया। पहले पिता पुलिस लाइंस पहुंचे, बाद में बेटी को बुलाया गया। टीम ने दोनों से पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली।
रविवार दोपहर करीब 12 बजे एसआइटी के बुलावे पर छात्रा के पिता पुलिस लाइंस पहुंचे। वहां एसआइटी का अस्थाई कार्यालय बनाया गया है। ढाई बजे तक बंद कमरे में उनसे अब तक हुए घटनाक्रम के बारे में पूछा गया। करीब ढाई बजे एक टीम पुलिस छात्रा के घर पहुंची और उसे पुलिसलाइंस ले आई। साथ में छात्रा की अधिवक्ता भी थीं। बताया जा रहा है कि अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट की हैं।
शनिवार देर रात घर पहुंची थी छात्रा
24 को लापता होने के बाद 30 अगस्त से छात्रा दिल्ली में थी। शनिवार को वह अपने परिजनों के साथ शाहजहांपुर लौट आई। छात्रा व परिजनों ने आरोप लगाया था कि उनकी जान को खतरा है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसे गंभीरता से लिया था। जिसके बाद छात्रा के घर के बाहर पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए गए हैैं।
24 अगस्त को जारी किया था वीडियो, 27 को मुकदमा
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के कॉलेज में पढऩे वाली छात्रा ने 24 अगस्त को वीडियो वायरल कर स्वामी पर गंभीर आरोप लगाए इसके बाद लापता हो गई। 27 अगस्त को उसके पिता ने स्वामी चिन्मयानंद पर अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया। हालांकि 30 अगस्त को छात्रा राजस्थान के एक होटल में मिल गई। चूंकि सुप्रीम कोर्ट स्वत: संज्ञान ले चुका था इसलिए पुलिस उसे लेकर दिल्ली गई। तब से वहीं थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही एसआइटी गठित की गई है। इसके साथ एसआइटी छात्रा के आरोपों के साथ उस मुकदमे की भी जांच करेगी जोकि स्वामी चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह ने दर्ज कराया। उसमें लिखा था कि स्वामी से पांच करोड़ की रंगदारी मांगी गई।