सिपाहियों को किया निलंबित, मुकदमा दर्ज कर भेजा जेल
व्यापारी को बंधक बनाकर रकम हड़पने की कोशिश करने वाले दोनों सिपाहियों को जेल भेजा गया।
शाहजहांपुर : व्यापारी को बंधक बनाकर रकम हड़पने की कोशिश करने वाले दोनों सिपाहियों को एसपी ने निलंबित कर दिया। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। बरामद रकम की जांच पड़ताल के लिये आयकर विभाग के अधिकारियों को सूचना दी गई है।
उत्तराखंड के काशीपुर जिले के थाना काशीपुर की रामपापुरम कालोनी निवासी जैनेंद्र पांडेय ने बताया कि वह 50 लाख रुपये लेकर सोमवार को अपने ड्राइवर सुरेश के साथ हरदोई धान खरीद के सिलसिले में गये थे। वहां सौदा तय नहीं हुआ तो वह वापस काशीपुर के लिए चल दिये। नेशनल हाईवे पर कटरा से करीब पांच किमी पहले दो सिपाहियों ने उनकी गाड़ी रोक ली। एक सिपाही वर्दी पहने हुआ था। जिसकी नेमप्लेट पर महेंद्र ¨सह लिखा हुआ था, जबकि दूसरा सिपाही सादी वर्दी में था। उसने अपना नाम अभिषेक बताते हुए कहा कि वह क्राइम ब्रांच से है। दोनों ने कहा कि उन्हें सूचना मिली है कि उनकी गाड़ी में अवैध रकम है। इसके बाद वह दोनों उनकी गाड़ी में बैठ गये। वे लोग उन्हें गाड़ी के साथ मिर्जापुर क्षेत्र में ले गये। जहां रकम पकड़वाने की धमकी देते हुये दस लाख रुपये की डिमांड करने लगे। जैनेंद्र ने बताया कि सादी वर्दी पहने हुये सिपाही के पास असलहा और कारतूस थे। वह उन लोगों को अवैध असलहा के आरोप में फंसाने की धमकी देने लगा। जैनेंद्र ने बताया कि इस बीच उसने मौका देखकर अपने दोस्त को फोन कर दिया। दोस्त ने इसकी सूचना आइजी को दी। बताया जा रहा है कि आइजी पुलिस लाइंस में मी¨टग ले रहे थे। उनके कहने पर एसपी डॉ. एस चनप्पा ने वायरलेस कर दिया, जिसके बाद पुलिस सक्रिय हो गई। जलालाबाद पुलिस दोनों सिपाहियों व कार सवार लोगों को थाने ले आयी। इस बीच एएसपी ग्रामीण सुभाष चंद्र शाक्य भी वहां पर पहुंच गये। पूछताछ में जैनेंद्र ने अपने साथ हुई पूरी घटना की जानकारी दे दी। दूसरे सिपाही का नाम सत्यव्रत बताया गया। एसपी के निर्देश पर पुलिस ने इस मामले में दोनों पुलिस कर्मियों के खिलाफ धोखाधड़ी और धन उगाही के मामला दर्ज किया है।
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वर्जन-
दोनों सिपाहियों ने गलत तरीके से व्यापारी की कार रोकी। उनसे धन उगाही करने की कोशिश की। इसलिए दोनों को निलंबित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। बरामद रकम बारे में आयकर विभाग को सूचना दे दी गई है। मामले की जांच पड़ताल जारी है।
डॉ. एस चिपप्पा, एसपी