11 माह बाद खुले कस्तूरबा विद्यालय एक बार फिर बंद
जेएनएन शाहजहांपुर कोरोना काल में 18 कस्तूरबा विद्यालयों में बजट का उपभोग किए जाने के खुलासा के बाद स्थानीय स्तर पर भी खलबली मची रही। राज्य परियोजना कार्यालय को भेजी गई रिपोर्ट समेत ब्योरा चेक किया। गत वर्ष लॉकडाउन 11 माह बाद कस्तूरबा विद्यालय बंद रहने के दौरान कोई उपभोग नहीं हुआ। इस वर्ष 10 फरवरी को कस्तूरबा विद्यालय खुले लेकिन करीब एक माह बाद संक्रमण के कारण फिर विद्यालय बंद कर दिए गए। पड़ताल में प्रेरणा पोर्टल पर छात्राओं की उपस्थिति तथा उपभोग में एकरूपता पाए जाने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
जेएनएन, शाहजहांपुर : कोरोना काल में 18 कस्तूरबा विद्यालयों में बजट का उपभोग किए जाने के खुलासा के बाद स्थानीय स्तर पर भी खलबली मची रही। राज्य परियोजना कार्यालय को भेजी गई रिपोर्ट समेत ब्योरा चेक किया। गत वर्ष लॉकडाउन 11 माह बाद कस्तूरबा विद्यालय बंद रहने के दौरान कोई उपभोग नहीं हुआ। इस वर्ष 10 फरवरी को कस्तूरबा विद्यालय खुले लेकिन करीब एक माह बाद संक्रमण के कारण फिर विद्यालय बंद कर दिए गए। पड़ताल में प्रेरणा पोर्टल पर छात्राओं की उपस्थिति तथा उपभोग में एकरूपता पाए जाने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
जनपद में 15 विकास खंड में 16 स्थलों पर खुले है कस्तूरबा विद्यालय संचालित है। इसके लिए साल में करीब आठ करोड़ का बजट आता है। खुटार विकास खंड में बना कस्तूरबा विद्यालय सार्वजनिक शिक्षकोन्नयन संस्थान से संचालित है। जबकि कलान में काशी समाज शिक्षा संस्थान बदायूं तथा निगोही में स्वजन शिक्षण संस्थान लखनऊ की ओर से विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। 1800 रुपये प्रति माह प्रति बालिका होता है
प्रत्येक कस्तूरबा विद्यालय में 100 बालिकाएं आवासीय शिक्षा प्राप्त करती है। शासन की ओर से प्रति छात्रा 1800 रुपये भोजन के लिए मिलता है। ड्रेस, जूता मोजा, किताबे भी फ्री मिलती है। प्रेरणा पोर्टल पर छात्राओं की उपस्थिति दर्ज कराने कराकर प्रति छात्रा मिलने वाली धनराशि का संबंधित प्रबंधन उपभोग करता है। खर्च का ब्योरा पीएफएमएस पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाता। जिसकी आसानी से मॉनीटरिग की जा सकती है। स्वास्थ्य व स्टेशनरी के लिए भी मिलती धनराशि
प्रत्येक कस्तूरबा विद्यालय को छात्राओं के स्वास्थ्य संवर्धन के लिए एक लाख तथा स्टेशनरी के लिए 1.20 लाख का बजट मुहैया कराया जाता है।
गत वर्ष मार्च से बंद कस्तूरबा विद्यालय इस वर्ष 10 फरवरी को खुले। कोरोना संक्रमण के कारण 25 मार्च के बाद बंद कर दिए गए। प्रेरणा पोर्टल पर दर्ज छात्राओं उपस्थिति के आधार पर ही उपभोग किया। राज्य परियोजना कार्यालय को भी रिपोर्ट भेज दी गई है।
शौकीन सिंह यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी