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एडीपीएम और कंप्यूटर आपरेटर भेजे गए जेल, क्राइम ब्रांच करेगी जांच

15.77 लाख के ग्राम निधि घोटाले में पुलिस ने अपर परियोजना प्रबंधक प्रबंधक (एडीपीएम) व ब्लाक के कंप्यूटर आपरेटर को शुक्रवार सुबह जेल भेज दिया। अन्य नामजदों की भी गिरफ्तारी के प्रयास हो रहे हैं। एसपी एस आनंद ने क्राइम ब्रांच को जांच सौंप दी है

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 12:57 AM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 12:57 AM (IST)
एडीपीएम और कंप्यूटर आपरेटर भेजे गए जेल, क्राइम ब्रांच करेगी जांच
एडीपीएम और कंप्यूटर आपरेटर भेजे गए जेल, क्राइम ब्रांच करेगी जांच

जेएनएन, शाहजहांपुर : 15.77 लाख के ग्राम निधि घोटाले में पुलिस ने अपर परियोजना प्रबंधक प्रबंधक (एडीपीएम) व ब्लाक के कंप्यूटर आपरेटर को शुक्रवार सुबह जेल भेज दिया। अन्य नामजदों की भी गिरफ्तारी के प्रयास हो रहे हैं। एसपी एस आनंद ने क्राइम ब्रांच को जांच सौंप दी है।

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नवंबर 2020 में नगर पंचायत बनी क्षेत्र की ग्राम पंचायत रफियाबाद कलान के खाते से अगस्त 2021 में 15.77 लाख रुपये का भुगतान विभिन्न फर्मों को कर दिया गया। शिकायत मिलने पर पंचायती राज निदेशक के निर्देश पर हुई जांच में उप निदेशक पंचायती राज देवपाटन मंडल आरएस चौधरी ने कलान की ब्लाक प्रमुख रुचि वर्मा, उनके पति राहुल वर्मा सहित दस लोगों की भूमिका को संदिग्ध बताया था, जिसके आधार पर जिला पंचायती राज अधिकारी पवन कुमार ने ब्लाक प्रमुख सहित दसों आरोपितों के खिलाफ बुधवार रात विभिन्न धाराओं में फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने एडीपीएम देवीलाल मौर्य व कंप्यूटर आपरेटर केसरी नंदन को शुक्रवार को जेल भेज दिया। एडीपीएम पर ब्लाक प्रमुख रुचि वर्मा का डोंगल प्रधान की जगह पर रजिस्टर्ड करने के साथ ही निलंबित सचिव अरुण निगम का डोंगल को रजिस्टर्ड करने का आरोप है। जबकि कंप्यूटर आपरेटर केसरी नंदन पर फर्जी डोंगल के जरिए ई स्वराज पोर्टल से राहुल वर्मा, गुड्डू, तिरुपति कंस्ट्रक्शन व शाक्य बिल्डिग मैटेरियल के खातों में रुपये भेजने का आरोप है। हालांकि जेल जाने से पहले केसरी नंदन स्वयं को बेकसूर बताता रहा। कहा कि उसने दबाव में आकर यह सब किया। सीडीओ ने किया था पुलिस के हवाले

बुधवार शाम को मुख्य विकास अधिकारी ने एडीपीएम व आपरेटर को अपने कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था। पुष्टि होने पर उन्होंने सदर थाने में फोन करके दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया था। गुरुवार को कलान थाने में मुकदमा दर्ज होने पर सदर पुलिस ने दोनों को यहां की पुलिस के हवाले कर दिया।

दोनों आरोपितों से पूछताछ करने के बाद जेल भेज दिया गया है। अन्य की भी तलाश हो रही है। इस मुकदमे की विवेचना एसआइ यादवेंद्र सिंह करेंगे।

- धर्मेंद्र कुमार, एसओ कलान में हुए सरकारी धन के फर्जीवाड़े में क्राइम ब्रांच को जांच सौंपी गई है। थाना पुलिस के अलावा टीम अपनी पड़ताल करेगी। एस आनंद, एसपी


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