एडीएम-एसडीएम ने दिया आशीर्वाद, तहसील कर्मियों ने किया बरात का स्वागत
ओमप्रकाश ने सोचा भी नहीं था कि उनकी बिटिया की शादी इतनी धूमधाम से होगी।
एडीएम-एसडीएम ने दिया आशीर्वाद, तहसील कर्मियों ने किया बरात का स्वागत
जेएनएन, शाहजहांपुर : ओमप्रकाश ने सोचा भी नहीं था कि उनकी बिटिया की शादी इतनी धूमधाम से होगी। जिले के अधिकारी व क्षेत्रीय विधायक उसे आशीर्वाद देने आएंगे। तहसील के कर्मचारी बरातियों का स्वागत करेंगे। बुधवार को जब यह सब हुआ तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। आभार जताने के लिए शब्द कम पड़ गए। जैतीपुर में 29 अप्रैल को छह घरों में आग लग गई थी, जिसमें गांव के ओमप्रकाश का छप्पर व घरेलू सामान भी जलकर राख हो गया था। उनकी मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ गई थीं। क्योंकि 18 मई को बिटिया निकिता की क्षेत्र के ही ग्राम ककरहवा निवासी राम कुमार के बेटे अवनीश से शादी थी। उसके लिए जुटाया गया सारा सामान व कपड़े भी आग की भेंट चढ़ गए थे। मजदूरी पेशा ओमप्रकाश के लिए यह सब दोबारा जुटाना मुश्किल था। लग रहा था कि शादी नहीं हो पाएगी, लेकिन एसडीएम राशि कृष्णा व तहसील का स्टाफ उनकी मदद में आगे आया। तय समय पर शादी का वादा करते हुए मंगलवार को नकदी समेत जरूरत का सारा सामान स्वयं घर पहुंचाया। गुरुवार शाम एडीएम प्रशासन रामसेवक द्विवेदी, कटरा विधायक वीर विक्रम सिंह एसडीएम के साथ ओमप्रकाश के घर पहुंचे। सभी ने वधू को आशीर्वाद व उपहार दिए। वहीं तहसील कर्मियों ने बरातियों की आगवनी करते हुए उन्हें चाय नाश्ता कराया। इसके बाद अधिकारी सुखद वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद देकर वहां से चले तो ओमप्रकाश व उनके स्वजन भावुक हो गए। इस दौरान तहसीलदार ज्ञानेंद्रनाथ, तहसील के लेखपाल, संग्रह अमीन आदि मौजूद रहे।