आरक्षण सूची बदलाव से भी लोग असंतुष्ट, दर्ज हुईं 60 आपत्तियां
आरक्षण सूची बदलाव के बावजूद लोग संतुष्ट नहीं है। रविवार शाम तक 60 लोगों ने आपत्तियां दर्ज कराईं। इनमें दो तिहाई से ज्यादा ग्राम प्रधान पद के लिए शिकायत थीं।
जेएनएन, शाहजहांपुर : आरक्षण सूची बदलाव के बावजूद लोग संतुष्ट नहीं है। रविवार शाम तक 60 लोगों ने आपत्तियां दर्ज कराईं। इनमें दो तिहाई से ज्यादा ग्राम प्रधान पद के लिए शिकायत थीं।
कोर्ट के आदेश पर प्रशासन ने 1069 प्रधान, 1169 बीडीसी तथा 47 जिला पंचायत सदस्य पद के लिए दोबारा से आरक्षण जारी किया है। रविवार को भावलखेड़ा समेत आधा दर्जन शिकायत जिला पंचायत सदस्य के वार्ड को लेकर दाखिल की गई है।
कलान तहसील के गांव बिचौला निवासी दो दर्जन लोग सत्येंद्र सिंह की अगुवाई में विकास भवन पहुंचे। इनमें तीन लोगों ने आपत्ति दायर की। रामकुमार सिंह, बलवीर सिंह, पंकज कुमार, मनोज कुमार का कहना था कि उनकी ग्राम पंचायत में बहेलिया नगला, बिचौला तथा मिर्जानपुर शामिल है। लेकिन 2011 की जनगणना में बहेलिया नगला के 712 ओबीसी की गणना नही की गई। बिचौला की 1028 ओबीसी तथा मिर्जानपुर कटिया के 289 अनुसूचित जाति की आबादी को शामिल किया गया। इस कारण सीट अनुसूचित जाति को चली गई ग्रामीणों ने बहेलिया नगला को शामिल कर आरक्षण किए जाने की मांग की है।
आरक्षण सूची प्रकाशन के साथ बढ़ा जिले का सियासी पारा
शाहजहांपुर : आरक्षण सूची के अनंतिम प्रकाशन के साथ ही जिले का सियासी पारा बढ़ गया है। जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लक्ष्य मानकर जिला पंचायत वार्ड पर माथा पच्ची शुरू हो गई है। निगोही,भावलखेड़ा और ददरौल पर सर्वाधिक फोकस है। इन क्षेत्रों से सशक्त महिला प्रत्याशी उतारने की कवायद शुरू हो गई है। जिला पंचायत सदस्य पद के लिए सत्तापक्ष का समर्थन पाने के लिए भी जोर आजमाइश शुरू हो गई है।
इस बार महिला वर्ग के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष पद आरक्षित कर दिया गया है। निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह यादव पत्नी व मां को चुनाव मैदान में उतारकर कब्जा बनाए रखने की कोशिश में हैं। ददरौल ब्लाक प्रमुख की सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित होने पर ब्लाक प्रमुख क्षमा वर्मा ने निगोही से जिला पंचायत चुनाव लड़ने का एलान किया है।