जांच में पकड़े गए 36 फीसद अमान्य विद्यालय
राजनीतिक संरक्षण में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे 36 फीसद अमान्य स्कूलों पर शिकंजा कस दिया है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : राजनीतिक संरक्षण में शिक्षा माफिया बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे है। अवैध व अमान्य विद्यालयों में उनका भविष्य गढ़ने का दिखावा कर छल किया जा रहा है। सैकड़ों विद्यालय कक्षा आठ की मान्यता पर इंटरमीडिएट तक संचालित है। चिह्नित 351 विद्यालयों की जांच में अब तक 36 फीसद विद्यालय अमान्य पकड़े जा चुके हैं। बुधवार को बीएसए के निर्देश पर 351 टीमों ने अलग अलग छापा मारकर हकीकत जानी थी। 304 स्कूलों की मिली रिपोर्ट में अब तक 112 अमान्य विद्यालय पकड़े जा चुके हैं। जाचं के दौरान 130 स्कूल बंद पाए गए। 62 स्कूलों की मान्यता के लिए अभिलेख दाखिल बताए गए।
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आठ लाख का लगेगा जुर्माना
नोटिस के बावजूद बिना मान्यता के शिक्षण कार्य करते हुए करीब 80 विद्यालय पाए गए हैं। सभी पर दस- दस हजार का जुर्माना लगाया जाएगा। बीएसए राकेश कुमार ने बताया नोटिस के बावजूद अमान्य विद्यालय में शिक्षण कार्य पाए जाने पर दस हजार जुर्माना का प्रावधान है। दरअसल गत वर्ष 202 अमान्य स्कूलों में शिक्षण कार्य न किए जाने को जारी हुए थे। इनमें से करीब 80 स्कूल संचालकों ने राजनीतिक संरक्षण में शिक्षण कार्य शुरू करा दिया था।
मान्यता आठ की, शिक्षण कार्य इंटर तक
जनपद में करीब दो दर्जन विद्यालय ऐसे है, जिनमें कक्षा आठ की मान्यता है, लेकिन इंटर तक कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। बीएसए व डीआइओएस ने इस तरह के विद्यालय को पकड़े जाने को टीम गठित कर दी है।
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फैक्ट फाइल
- 2292 प्राथमिक विद्यालय है जिले में
- 897 विद्यालय उच्च प्राथमिक विद्यालय
- 1100 से अधिक विद्यालय निजी मान्यता प्राप्त
- 112 अमान्य विद्यालयों में चलती मिली कक्षाएं
- 351 चिह्नित विद्यालयों में 304 की मिली रिपोर्ट