1.14 लाख हेक्टेयर गन्ना खरीद को बने 170 केंद्र
प्रशासन ने डेढ़ लाख गन्ना किसानों के 1.14 लाख हेक्टेयर में खड़े गन्ना की खरीद के लिए 170 केंद्र खोले है।
जेएनएन, शाहजहांपुर : प्रशासन ने डेढ़ लाख गन्ना किसानों के 1.14 लाख हेक्टेयर में खड़े गन्ना की खरीद के लिए 170 केंद्र खोले है। गत वर्ष के सापेक्ष पांच केंद्र अधिक है। लेकिन करीब 37 फीसद गन्ना रकबा में वृद्धि को देखते हुए क्रय केंद्रों की संख्या अपेक्षाकृत कम है।
जनपद में इस बार किसानों ने 1 लाख 14 हजार हेक्टेयर में गन्ना बोया, जबकि गत वर्ष 83 हजार हेक्टेयर में गन्ना था। करीब 37 फीसद गन्ना रकबा में वृद्धि को देख प्रशासन ने गन्ना खरीद केंद्र की संख्या 165 से बढ़ाकर 170 कर दी। इनमें पांच केंद्र मिल गेट के हैं। सर्वाधिक केंद्र निगोही चीनी मिल को मिले हैं, सबसे कम पुवायां चीनी मिल के पास हैं।
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सिर्फ 1500 टीसीडी क्षमता बढ़ी
गत पेराई सत्र के सापेक्ष इस वर्ष 31 हजार हेक्टेयर गन्ना रकबा बढ़ा है। लेकिन पेराई क्षमता में मात्र 1500 टीसीडी का ही इजाफा हुआ। निगोही चीनी मिल को 7500 के सापेक्ष रोजाना 9 हजार टन गन्ना पेराई की अनुमति मिली है। रोजा, पुवायां, तिलहर तथा मकसूदापुर ने पेराई क्षमता में वृद्धि के प्रयास नहीं किए। इससे पेराई के साथ पर्ची संकट बढ़ना तय है।
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मुहुर्त में एक दिन टली पेराई
तिलहर में 11 नवंबर को गन्ना पेराई का शुभारंभ तय था। लेकिन मुहुर्त की वजह से प्रधान प्रबंधक ने शुभारंभ की तिथि बढ़ाकर 12 नवंबर कर दी। डीसीओ ने बताया कि 12 नंवबर को तिलहर के साथ सभी चीनी मिलों में गन्ना पेराई का शुभारंभ हो जाएगा।
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इस बार चार दिन विलंब से हुई पेराई
गत वर्ष निगोही, रोजा तथा मकसुदापुर में 6 नवंबर से गन्ना पेराई शुरू हो गई थी। लेकिन इस वर्ष दीपावली अवकाश की वजह चार दिन विलंब से पेराई शुरू हो सकी।