54 फीसद विद्यालयों में रसोई घर की सुविधा नही
रिषदीय के 54 फीसद विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बनाने के लिए रसोई घर की सुविधा नहीं है। 1518 में महज 548 में भोजन बनाने के लिए कक्ष है 624 में इधर-उधर भोजन बन रहा और बरामदा व अन्य स्थान पर बच्चों को भोजन कराया जा रहा है।
संतकबीर नगर : परिषदीय के 54 फीसद विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बनाने के लिए रसोई घर की सुविधा नहीं है। 1518 में महज 548 में भोजन बनाने के लिए कक्ष है, 624 में इधर-उधर भोजन बन रहा और बरामदा व अन्य स्थान पर बच्चों को भोजन कराया जा रहा है। इससे समस्या बनी हुई है। साथ ही सुरक्षित सामग्री रखने की समस्या है। शिकायत के बाद भी जिम्मेदार बेपरवाह बने हुए है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय खलीलाबाद में रसोई घर न होने से एक कमरे में मिड-डे मील बनता है। बच्चे बारामदा में बैठकर भोजन करते है। यही हाल प्राथमिक विद्यालय गोला रगडगंज का है जहां एक छोटे से खुला बरामदा में भोजन बनता है और बच्चे कक्षा के सामने बैठक भोजन करते है। प्राथमिक विद्यालय पटखौली आदि स्थानों पर रसोई घर न होने से समस्या है। मिड-डे मील की हकीकत, कक्षा जहां छात्रों को बैठना चाहिए वहां तो रसोई बन रही है। बच्चों को बाहर बरामदे में बैठाकर भोजन कराया जाता है। जबकि शासन से प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों के लिए चलाई जा रही योजना के अंतर्गत भोजन को बनाने के लिए विद्यालयों में अलग से किचन शेड की व्यवस्था करने का फरमान है। खलीलाबाद सहित विभिन्न ब्लाकों में लाखों रुपये कायाकल्प योजना के तहत खर्च किए गए लेकिन विद्यालयों में किचन शेड का निर्माण नहीं कराया जा सका।