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निर्जला व्रत रहकर महिलाओं ने मांगा अखंड सौभाग्य

संकल्प शक्ति का प्रतीक और अखंड सौभाग्य की कामना का परम पावन व्रत हरितालिका तीज पंचांग के अनुसार तृतीया तिथि को महिलाओं ने अपने सुहाग के लिए सुबह से बिना पानी-अन्न के व्रत रखा। घरों में लोग पूरे दिन भजन-कीर्तन में जुटे थे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Sep 2021 11:22 PM (IST)Updated: Thu, 09 Sep 2021 11:22 PM (IST)
निर्जला व्रत रहकर महिलाओं ने मांगा अखंड सौभाग्य
निर्जला व्रत रहकर महिलाओं ने मांगा अखंड सौभाग्य

संतकबीर नगर : भाद्रपद की शुक्ल तृतीया हरितालिका तीज पर गुरुवार को सौभाग्यवती महिलाएं निर्जल व्रत रखकर गौरी-शिव की आराधना कीं। संपूर्ण श्रृंगार से सुसज्जित होकर महिलाओं ने कथा श्रवण, पूजन व दान-पुण्य किया। मंदिरों में कतार लगाकर माता और शिव का दर्जन किया।

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संकल्प शक्ति का प्रतीक और अखंड सौभाग्य की कामना का परम पावन व्रत हरितालिका तीज पंचांग के अनुसार तृतीया तिथि को महिलाओं ने अपने सुहाग के लिए सुबह से बिना पानी-अन्न के व्रत रखा। घरों में लोग पूरे दिन भजन-कीर्तन में जुटे थे। महिलाओं ने पर्व पर कथा सुनकर माता पार्वती के नाम पर सुहाग की सामग्री दान की। मान्यता है कि जो भी हरितालिका व्रत को विधिपूर्वक करता है, उसके सौभाग्य की रक्षा स्वयं भगवान शिव करते हैं। पर्व लोक परंपरा से जुड़ा है। इसका पौराणिक महत्व है। आचार्य रमेशचंद्र दूबे के अनुसार राजा हिमवान की पुत्री देवी पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए व्रत रखा था। उनके तप और आराधना से खुश होकर भगवान शिव ने उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। तभी से इस व्रत व चतुर्थी में पारण होता है। भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा, कथा सुनकर मां को सुहाग सामग्री अर्पित करने की परंपरा है।

आज मनाई जाएगी पंडित गोविद बल्लभ पंत की जयंती

आजादी के अमृत महोत्सव व चौरी चौरा शताब्दी समारोह के तहत जनपद में 10 सितंबर को भारतरत्न पंडित गोविद बल्लभ पंत की जयंती मनाई जाएगी। सुबह 10 बजे से पौने ग्यारह बजे तक कलेक्ट्रेट, विकास भवन के अलावा अन्य सरकारी दफ्तरों, शिक्षण संस्थानों आदि में उनकी प्रतिमा अथवा छाया चित्र पर माल्यार्पण किया जाएगा। उनके जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला जाएगा। यह जानकारी एडीएम मनोज कुमार सिंह ने दी है।


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