कोरोना को हमने हराया है, आप भी हरा सकते हैं
संतकबीर नगर कोरोना की पहली लहर में बचाव के बाद भी लोग संक्रमित हुए लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। सकारात्मक रहकर चिकित्सक के परामर्श के अनुसार दवाओं का सेवन किया। एक पखवारे में रिजल्ट निगेटिव आया तो दूसरी जिदगी मिली।
संतकबीर नगर : कोरोना की पहली लहर में बचाव के बाद भी लोग संक्रमित हुए लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। सकारात्मक रहकर चिकित्सक के परामर्श के अनुसार दवाओं का सेवन किया। एक पखवारे में रिजल्ट निगेटिव आया तो दूसरी जिदगी मिली। अब यह लोग वर्तमान समय में कोरोना को लेकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं तथा अपना अनुभव साझा करके उन्हें कोरोना महामारी से लड़ने को लेकर तैयार कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि कोरोना से डरकर नहीं लड़कर हराया जा सकता है। पूर्व में हमने कोरोना को हराया है, अब आपकी बारी है।
----------- यह वक्त भी गुजर जाएगा खलीलाबाद के निवासी और शिक्षक शंभूनाथ तिवारी कहते हैं कि वक्त कैसा भी हो गुजर जाता है। यदि आप बीमार हैं तो अवश्य स्वस्थ होगें। यदि आप स्वस्थ हैं तो लापरवाह नहीं होना है। वह बताते हैं कि वह शिक्षक हैं, प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों के संपर्क में रहते हैं। कोरोना की पहली लहर में अचानक तबियत खराब हुई। टेस्ट में कोरोना पा•िाटिव पाया गया। कुछ भी पता नहीं था कि मेरे साथ क्या होने वाला है, लेकिन एक हौसला था, ईश्वर की कृपा और घर वालों का सहयोग। इस दौरान चिकित्सक के सभी निर्देशों का पालन किया और स्वस्थ हो गया। हमें इस बीमारी से घबराना नहीं है। नकारात्मक विचारों को मन में नही आने देना है। सकारात्मक ऊर्जा और ²ढ़ इच्छाशक्ति बनाए रखें, कोरोना आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।
------------------------------- घर पर रहकर ही कोरोना को दी मात बेलहरकला ब्लाक के ग्राम लोहरौली के उमाशंकर मिश्र बताते हैं कि पिछली कोरोना की लहर में संक्रमित हो गए थे। बीमारी का इतना खौफ था कि लगा कि अब सब कुछ खत्म हो गया। लेकिन परिवार, मित्रों और अपने ऊपर विश्वास का नतीजा रहा कि हम घर पर ही रहकर पूरी तरह से स्वस्थ होकर आज समाज के लिए काम कर रहे हैं। इसलिए आपको इससे डरना नहीं है। चिकित्सक से परामर्श लेकर दवा कीजिए। इसके साथ ही दादी-नानी के घरेलू नुस्खों का भी प्रयोग किजीए। मन में नकारात्मक विचार नहीं आना चाहिए। कोरोना कुछ नहीं करेगा। हमें कोरोना को देश से भगाना है। -------------- सकारात्मक विचारों से जीती जंग हीरालाल रामनिवास इंटर कालेज के प्रधानाचार्य रामकुमार सिंह पिछले वर्ष कोरोना की चपेट में आ गए थे। वह बताते हैं कि पहले तो काफी डर लगा लेकिन चिकित्सकों और स्वजन के साथ मित्रों ने बल दिया तो गुड़गांवा के मेदांता अस्पताल में भर्ती हो गए। एक माह तक वहां रहे। चिकित्सकों की देखरेख, अच्छे खानपान और सकारात्मक विचारों के बलबूते कोरोना को मात दे दी। इसलिए आप लोगों को भी डरना नहीं लड़ना है। यह बीमारी भले ही दूसरे मुल्क से आई हो, हमारे देश से बुरी तरीके से हारकर जाएगी। हम सभी को मिलकर इसे हराना है। कोरोना के नियमों का पालन कीजिए और स्वस्थ होकर परिवार और देश की उन्नति में योगदान दीजिए। ---------------