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खुले में ट्रांसफार्मर, बच्चों व बेजुबानों पर खतरा

संतकबीर नगर मेंहदावल तहसील क्षेत्र में ज्यादातर स्थानों पर बिजली के ट्रांसफार्मर खुले में हैं। इससे बच्चों संग बेजुबानों के जान सांसत में है। आए दिन करंट की चपेट में आने से पशुओं की मौत हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 06:01 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 06:01 PM (IST)
खुले में ट्रांसफार्मर, बच्चों व बेजुबानों पर खतरा
खुले में ट्रांसफार्मर, बच्चों व बेजुबानों पर खतरा

संतकबीर नगर : मेंहदावल तहसील क्षेत्र में ज्यादातर स्थानों पर बिजली के ट्रांसफार्मर खुले में ही रखे गए हैं। उनका घेराव नहीं किया गया है, जिसके कारण अक्सर बेजुबानों को करंट मार देने का मामला सामने आता है। लेकिन फिर भी विभाग की चुप्पी बनी हुई है।

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मेंहदावल कस्बे में तीन ट्रांसफार्मर, टड़वरिया गांव का ट्रांसफार्मर, फरदा गांव का ट्रांसफार्मर सहित कुछ अन्य स्थानों पर बिजली के ट्रांसफार्मर खुले में ही रखे गए हैं। ट्रांसफार्मर से अक्सर चिगारी भी निकलती रहती है, जिससे आग लगने का भी खतरा बना रहता है। ट्रांसफार्मर के आसपास जानवर अक्सर मौजूद रहते हैं तथा कभी-कभी खेलते हुए बच्चे भी वहां पर पहुंच जाते हैं। बच्चों व जानवरों के लिए खुले में रखे ट्रांसफार्मर खतरा बन रहे हैं। उसके बाद भी विभागीय तंद्रा नहीं टूट रही है।

धर्मसिंहवा, सांथा व बेलहर में भी कई स्थानों पर बिना छाजन व घेराव किए ही खुले में ट्रांसफार्मर रखे गए हैं। प्रत्येक वर्ष ट्रांसफार्मर का घेराव करने का दावा बिजली विभाग द्वारा किया जाता है। लेकिन साल बीत जाने के बाद भी उस पर अमल नहीं होता, जिससे हादसे की आशंका को बल मिलता है। ग्रामीणों ने कहा कि सप्ताह भीतर ट्रांसफार्मर के चारों ओर सुरक्षा के उपाय नहीं किए जाएंगे तो बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता का घेराव किया जाएगा। क्योंकि शिकायती पत्र देने के बाद भी अभियंता समस्या का समाधान नहीं करा रहे हैं।

अधिशासी अभियंता सरोज कुमार ने बताया कि ट्रांसफार्मर के आसपास छाजन व घेराव के लिए अभी बिजली विभाग के पास बजट नहीं है। उच्चाधिकारियों से इस मामले में पत्राचार किया जाएगा। बजट मिलने पर ट्रांसफार्मर का घेराव किया जाएगा।


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