सड़क दुर्घटना से कैथवलिया में मचा हाहाकार
वह लोग घर पर बताकर एक ही मोटरसाइकिल से सेमरियावां से टेमा रहमत होकर खलीलाबाद की तरफ जा रहे थे।
संतकबीर नगर: कहते हैं कि व्यक्ति अपने स्तर से बहुत कुछ करने का प्रयास करता है, परंतु होता वही है जो कुदरत को मंजूर होता है। इसी प्रकार का हाल मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर बूधा चौराहे के सामने दिखा। बेलहर थानाक्षेत्र के ग्राम कैथवलिया निवासी तीन युवक गांव के दुर्गा पूजा पंडाल में प्रोजेक्टर बुक करने के लिए खलीलाबाद के लिए निकले थे। इसी दौरान अनहोनी ने तीनों को दुनिया से जुदा कर दिया। सड़क दुर्घटना से कैथवलिया में हाहाकार मचा है।
कोरोना को लेकर पिछले वर्ष गांव में मूर्ति की स्थापना नहीं हो पाने को लेकर इस बार धीरेंद्र, रोहित व रामकेश ने भव्यता से कार्यक्रम करने का निर्णय लिया था। धीरेंद्र के पिता रामशब्द ने बताया कि वह लोग घर पर बताकर एक ही मोटरसाइकिल से सेमरियावां से टेमा रहमत होकर खलीलाबाद की तरफ जा रहे थे। सभी ने मूर्ति के लिए धन भी जमा कर दिया है। अचानक दिन में चार बजे उनकी मौत हो जाने की सूचना मिलने पर सहसा विश्वास ही नहीं हुआ। तीन वर्ष पहले हुई थी रोहित की शादी
मृतक रोहित पुत्र राम मिलन अपने चार भाइयों में दूसरे नंबर के थे। उनकी शादी अभी तीन वर्ष पहले हुई थी। उनके नौ माह की एक बेटी है। पत्नी सरिता का रो-रोकर बुरा हाल है। वह बार-बार बेसुध होकर गिर जा रही थी। लोगों को उनका दुख देखकर समझाने के लिए शब्द नहीं मिल रहे थे। दुधमुंही बच्ची खुशी को तो पता ही नहीं है कि अब उसके सिर से पिता की छाया हट चुकी है। मृतक रामकेश की शादी अभी नहीं हुई थी। वह कैथवलिया गांव में बुआ के घर नेवासा पर रहते थे। वहीं, धीरेंद्र पुत्र राम शब्द अपने तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। उनकी भी शादी नहीं हुई है। पोस्टमार्टम हाउस पर उमड़ा जन सैलाब
घटना की सूचना मिलने पर कैथवलिया गांव और आसपास के लोग पोस्टमार्टम हाउस पर उमड़ पड़े। यहां मौजूद सभी लोगों की आंखे नम रहीं। ग्राम निवासी वीरेंद्र, राम प्रकाश, सजनलाल आदि ने कहा कि तीनों खास मित्र थे और गांव में रचानात्मक गतिविधियों में हमेशा शामिल रहते थे। एक साथ गांव के तीन होनहारों की मौत ने सबको हिलाकर रख दिया है। इससे गांव में इस बार दुर्गा पूजा का आयोजन भी नहीं किया जाएगा।