कस्तूरबा विद्यालयों में घोटाला, जिम्मेदारों पर लटक रही कार्रवाई की तलवार
संतकबीर नगर बालिकाएं तो घर पर रहीं विद्यालय में उनके भोजन व रहने पर सरकारी स्तर से मिला धन खर्च होता रहा। भाई जमाना इंटरनेट का है पोल खुल ही जाती है। इस क्रम में प्रदेश के महानिदेशक स्कूली शिक्षा के निर्देश पर जनपद के बा विद्यालयों की बालिकाओं से जानकारी एकत्र की जा रही है।
संतकबीर नगर: बालिकाएं तो घर पर रहीं, विद्यालय में उनके भोजन व रहने पर सरकारी स्तर से मिला धन खर्च होता रहा। भाई जमाना इंटरनेट का है, पोल खुल ही जाती है। इस क्रम में प्रदेश के महानिदेशक स्कूली शिक्षा के निर्देश पर जनपद के बा विद्यालयों की बालिकाओं से जानकारी एकत्र की जा रही है।
प्रेरणा पोर्टल पर दर्ज सूचना में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (बा विद्यालयों) में कोरोना के महामारी के दौर में बालिकाओं के घर पर रहने की बात कही जा रही है। गरीब परिवारों की बेटियां घर पर रहीं, इसी बीच उनके खान-पान व अन्य मदों में 38.89 लाख रुपयों की निकासी कर ली गई। मामल अटका तो जांच शुरू हो गई। बात प्रदेश के महानिदेशक स्कूली शिक्षा, विजय किरन आनंद तक पहुंची। विभाग में हडकंप मच गया। इसे लेकर बीएसए सत्येंद्र कुमार सिंह ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को जांच करके दो दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। इस क्रम में विद्यालय की छात्राओं व उनके अभिभावक से फोन पर संपर्क साधा जा रहा है। इसे लेकर कई जिम्मेदारों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। सच क्या है यह तो बा विद्यालयों के लोग ही जानें पर एक बात तो चर्चा में है कि बालिकाएं घर पर रहीं तो उनके भोजन और रहने के इंतजाम पर धन की निकासी कैसै हुई। सीडीओ ने उक्त विद्यालयों की पत्रावलियों को तलब किया है तो वहीं खुड शिक्षा अधिकारियों के बालिकाओं व उनके स्वजन से वार्ता कर हकीकत बताने को कहा गया है।
बीएसए ने बताया कि बा विद्यालयों के वार्डेन द्वारा प्रेरणा पोर्टल पर बच्चों की उपस्थिति नहीं फीड हो पाने की बात कही जा रही है। बालिकाओं से इसका वास्तविक हाल पता करवाकर आगे की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी जाएगी।
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जल्द पूरी होगी जांच
विद्यालयों के मामले की गंभीरता से जांच करवाई जा रही है। जल्द ही जांच रिपोर्ट महानिदेशक स्कूली शिक्षा को प्रेषित की जाएगी। यह जानकारी एडी बेसिक आनंदकर पांडेय ने दी।
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