नगर पंचायत के विस्तार से बदलेगी विकास की तस्वीर
गांव में निवास करने वाले अचानक शहरी हो जाएं तो उनके जीवन में बदलाव तय है।
संत कबीर नगर: गांव में निवास करने वाले अचानक शहरी हो जाएं तो उनके जीवन में बदलाव तय है। मेंहदावल विकास खंड के 45 गांवों को नगर पंचायत में जोड़ा गया है। लोगों में खुशी तो है, साथ ही दुविधा यह है कि आखिर अब कैसे हम नगर की व्यवस्था के साथ कदमताल करेंगे। नव सृजित नगर पंचायत बखिरा, बेलहर व मेंहदावल के लोगों के जीवन में ये अहम बदलाव होने वाले हैं।
बदलाव 1- प्रधानमंत्री आवास का बढ़ेगा धन
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्राम पंचायतों में एक लाख 20 हजार रुपये मिलते हैं, जबकि नगर में निवास करने वालों को दो लाख 50 हजार। नगर पंचायत में आवास योजना का नियम भी शिथिल है।
बदलाव 2- बंजर जमीनों पर फैसला ले सकेगा बोर्ड
ग्राम पंचायतों में बंजर, खाद गड्ढा, गड़ही, पोखरा आदि जमीनों पर ग्राम प्रधान के अधिकार सीमित हैं। जबकि नगर पंचायत की सीमा में आने वाले इन जमीनों का मालिकाना हक बोर्ड के पास होगा।
बदलाव 3- एक भवन के नीचे होंगे सारे कार्य
गांव के लोगों को पंचायत भवन, मिनी सचिवालय से लेकर ब्लाक कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ता था। नगर में आते ही नगर पंचायत कार्यालय के एक भवन से ही सारे कार्य पूरे होंगे।
बदलाव 4- टैक्स का बढ़ेगा बोझ, मकान के लिए नक्शा जरूरी
गांव में रहने वालों पर किसी प्रकार का कोई कर नहीं लगता है। मकान निर्माण के लिए नक्शा बनवाना भी जरूरी नहीं है। शहर में आने से उनपर हाउस टैक्स, पेयजल सहित अन्य कर लगेंगे साथ ही मकान निर्माण कराने के लिए नक्शा बनवाना आवश्यक होगा।
बदलाव 5- सुविधाओं में होगा व्यापक इजाफा
गांव में अभी भी सुविधाओं का अकाल है। लोग सुविधाओं के कमी का रोना रोते रहते हैं लेकिन नगरीय सीमा में प्रवेश करने से पक्की सड़कें, नालियां, सार्वजनिक शौचालय, साफ- सफाई, पेयजल, मैरेजहाल आदि की सुविधाएं मिलने लगेंगी।
बेहतर सुविधा मिले इसके लिए होगा प्रयास : ईओ
मेंहदावल के अधिशाषी अधिकारी प्रदीप कुमार शुक्ल का कहना है की गांव की अपेक्षा नगर के लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलती है। लोगों को बेहतर सुविधाएं मिले इसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है।
नगर में समाहित होने वालों का स्वागत : चेयरमैन
चेयरमैन प्रमिला जायसवाल ने कहा की मेंहदावल नगर पंचायत में शामिल होने वाले 45 गांव के लोगों का स्वागत है। उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए बोर्ड बेहतर प्रयास करेगा।