मगहर महोत्सव पर गरम हुआ माहौल, समिति ने खोला मोर्चा
संतकबीर नगर मगहर महोत्सव को लेकर माहौल गरम हो गया है। समिति के सदस्यों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। महोत्सव के पक्ष में हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया है।
संतकबीर नगर : मगहर महोत्सव को लेकर माहौल गरम हो गया है। समिति के सदस्यों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। महोत्सव के पक्ष में हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया है। समिति के लोग महोत्सव का आयोजन निरस्त होने के बाद से ही उग्र हैं। इसे लोग प्रशासन की साजिश बता रहे हैं।
मगहर महोत्सव के संस्थापक एवं वर्तमान कार्यसमिति के सदस्य शिव कुमार गुप्ता का कहना है कि कबीर की धरती पर आयोजित होने वाले मगहर महोत्सव का न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। विगत तीन दशक से आयोजित होने वाले महोत्सव को नहीं आयोजित करके शासन ने जनभावनाओं के साथ मजाक किया है। उन्होंने कहा कि समिति के लोग इसे लेकर हस्ताक्षर अभियान चला रहे हैं। महोत्सव के लिए समिति अब प्रशासन से दो-दो हाथ करने को तैयार है।
उत्तर प्रदेश बुनकर सभा के नसीम अंसारी ने कहा कि मगहर महोत्सव बुनकरों से भी जुड़ा कार्यक्रम है। महात्मा कबीर ने खुद हथकरघा चलकर बुनकरों की समस्याओं को देखा था। उन्होंने महोत्सव आयोजन निरस्त किए जाने को साजिश का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि वाराणसी से मगहर तक 23 से 25 फरवरी को संत यात्रा आ रही है। इसके सहारे मगहर महोत्सव का बजट को खपाने की तैयारी में प्रशासन जुटा है।
संस्कृति निदेशालय के संयुक्त सचिव डा. योगेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि संत कबीर के महा परिनिर्वाण दिवस पर तीन दिवसीय कबीर उत्सव का आयोजन हो रहा है। 12 से 18 जनवरी तक चलने वाले मगहर महोत्सव का कोई औचित्य नहीं है। जब 24 फरवरी को संत कबीर का महा परिनिर्वाण दिवस है तो यह कार्यक्रम तभी होना चाहिए। इसलिए शासन ने महोत्सव स्थगित कर दिया है।