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2017 में भी घूस लेते पकड़ा गया था कोषागार कर्मचारी

सहायक लेखाकार ने रिश्वत के रूप में रजनीश राय से 20 हजार रुपया लिया था

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 11:01 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 11:01 PM (IST)
2017 में भी घूस लेते पकड़ा गया था कोषागार कर्मचारी
2017 में भी घूस लेते पकड़ा गया था कोषागार कर्मचारी

संतकबीर नगर: एंटी करप्शन की टीम ने मंगलवार को जब सहायक लेखाकार अवधेश मिश्र का हाथ धुलवाया तो वह गुलाबी हो गया। इसके बाद प्रमाण के रूप में गुलाबी हाथ के नमूने लिए गए। सहायक लेखाकार ने रिश्वत के रूप में रजनीश राय से 20 हजार रुपया लिया था, उसमें फिनाफथीलिन नामक रासायनिक पाउडर लगा हुआ था। दबोचे जाने के दौरान सहायक लेखाकार का केबिन में ही मास्क और मफलर छूट गया। इसके पूर्व भी कोषागार कार्यालय के एक अन्य सहायक लेखाकार घूस लेते हुए दबोचे गए थे। इसके अलावा धनघटा थाने में तैनात एक दारोगा भी रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ दबोचे जा चुके हैं।

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धनघटा थानाक्षेत्र के रामपुर छितौनी गांव निवासी एक सेवानिवृत्त कर्मी पेंशन से संबंधित कार्य के लिए वर्ष 2017 में कलेक्ट्रेट स्थित कोषागार कार्यालय में तैनात सहायक लेखाकार बृजेश चंद्र आर्य से मिले थे। इस कार्य को कराने के एवज में सहायक लेखाकार बृजेश पांच हजार रुपये घूस की मांग कर रहे थे। सेवानिवृत्त कर्मी ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम-गोरखपुर से कर दी थी। इस पर 25 जुलाई 2017 को गोरखपुर से आई एंटी करप्शन की टीम ने कोषागार कार्यालय में पांच हजार रुपये घूस लेते हुए सहायक लेखाकार बृजेश को रंगेहाथ दबोच लिया था। इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसके बाद इन्हें जेल भेज दिया गया था। सात माह तक ये जेल में सजा काटे। इसके बाद जेल से छूटने पर पुन: कोषागार कार्यालय में अपनी सेवा दे रहे हैं।

एक अन्य प्रकरण में धनघटा थानाक्षेत्र के करमा गांव निवासी अब्दुल्लाह पुत्र किस्मत हुसैन का गांव के ही एक व्यक्ति से विवाद हो गया था। काफी प्रयास के बाद अब्दुल्लाह की तहरीर पर मुकामी पुलिस ने दोषियों के खिलाफ आठ मई-2021 को मुकदमा दर्ज किया था। मामले की विवेचना कर रहे धनघटा थाना के दारोगा राममिलन यादव रिपोर्ट लगाने के लिए अब्दुल्लाह से 10 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहे थे। इसकी शिकायत अब्दुल्लाह ने एंटी करप्शन टीम गोरखपुर से की थीं। एंटी करप्शन गोरखपुर की टीम के इंस्पेक्टर रामराधा मिश्र के नेतृत्व में निरीक्षक शिव मनोहर यादव, उदय प्रताप सिंह, चंद्रेश यादव, धनंजय सिंह, हेड कांस्टेबल चंद्रभान मिश्र व कांस्टेबल नीरज सिंह की टीम सादे वेशभूषा में 27 जुलाई 2021 को दोपहर के 12:44 बजे धनघटा थाना के निकट स्थित दारोगा के आवास के पास पहुंची थी। बनियान व तौलिया पहने धनघटा थाने के दारोगा राममिलन यादव मुकदमे में रिपोर्ट लगाने के एवज में अब्दुल्लाह से 10 हजार रुपये रिश्वत ले रहे थे। इसी दौरान एंटी करप्शन टीम के सदस्यों ने दारोगा को रंगेहाथ दबोच लिया। एंटी करप्शन की टीम ने मंगलवार को जब सहायक लेखाकार अवधेश मिश्र को कोषागार कार्यालय से घूस लेते हुए दबोचा, उस समय वह कलेक्ट्रेट सभागार में एडीएम की बैठक में भाग ले रहे थे।

जेएन झा,वरिष्ठ कोषाधिकारी


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