भूख से तड़प रहे बच्चे, प्रशासन मौन
संत कबीरनगर सरयू की बाढ़ की वजह से घर से लोग बेघर हो गए हैं।
संत कबीरनगर: सरयू की बाढ़ की वजह से घर से लोग बेघर हो गए हैं। परिवार और पशुओं को सुरक्षित रखने के लिए कई माह से बंधे पर शरण लिए है। बरसाती तानकर रहने वालों पर अब लगातार हो रही बारिश की मार पड़ रही है। भोजन पकाने के लिए रखी गई खाद्य सामग्री व लकड़ी के भीग जाने से चूल्हा नहीं जल पा रहा है। पेट की भूख इन्हें चैन से रहने नहीं दे रही है।
धनघटा तहसील क्षेत्र का गायघाट गांव करीब दो माह पहले सरयू के पानी से चारों तरफ से घिर गया था। जलस्तर में लगातार वृद्धि होने की वजह से इस गांव के हरेंद्र, राजेंद्र,भोला, भग्गल, जोखन सहित दो दर्जन से अधिक लोगों का घर सरयू नदी में समा गया था। घर से बेघर हुए लोग मदरहा बरहाडांड़ी बांध (एमबीडी) पर बरसाती तानकर रहने को विवश हुए। इधर कई दिनों से बारिश होने की वजह से सूखी लकड़ियां भी गिली हो गई हैं। चावल, आटा, दाल सहित अन्य खाद्य सामग्री भीग जाने से दिक्कत और बढ़ गई है। इससे दो वक्त की रोटी बनाने में भी संकट झेल रहे हैं। उधर पशुओं के लिए रखा भूसा भी गिला हो गया है, इससे पशु भी इसका सेवन नहीं कर पा रहे हैं। भूख से बच्चे बिलबिला रहे हैं। तहसील प्रशासन के अधिकारी ही नहीं वरन् जन प्रतिनिधि भी इनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। तहसीलदार वंदना पाण्डेय ने कहा कि वे इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करेंगी। इन लोगों को भरपूर मदद किया जाएगा।