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जगह की कमी व मिलर की लापरवाही का रोना रो रहे क्रय केंद्र प्रभारी

इस केंद्र से लगभग एक दर्जन गांव के 1200 से अधिक किसान जुड़े हैं। धान खरीद का लक्ष्य लगभग तीन हजार क्विटल है। अब तक लगभग दो हजार क्विटल धान खरीद हो चुकी है। इस केंद्र के प्रभारी (सचिव) की मनमानी से किसान परेशान हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 05 Dec 2020 11:19 PM (IST)Updated: Sat, 05 Dec 2020 11:19 PM (IST)
जगह की कमी व मिलर की लापरवाही का रोना रो रहे क्रय केंद्र प्रभारी
जगह की कमी व मिलर की लापरवाही का रोना रो रहे क्रय केंद्र प्रभारी

संतकबीर नगर : सरकार किसानों से धान की खरीद करके उन्हें समर्थन मूल्य का लाभ दिलाने का प्रयास कर रही है। वहीं कई केंद्र ऐसे भी हैं, जो किसानों के हितों की अनदेखी कर रहे हैं। खरीद केंद्र बना पीसीएफ एजेंसी का बघौली ब्लाक का साधन सहकारी समिति-तिलाठी इसका उदाहरण है।

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इस केंद्र से लगभग एक दर्जन गांव के 1200 से अधिक किसान जुड़े हैं। धान खरीद का लक्ष्य लगभग तीन हजार क्विटल है। अब तक लगभग दो हजार क्विटल धान खरीद हो चुकी है। इस केंद्र के प्रभारी (सचिव) की मनमानी से किसान परेशान हैं। आनलाइन पंजीकरण करवाकर किसानों को धान का तौल कराने के लिए तारीख तय कर देते हैं। जब किसान धान लेकर इस केंद्र पर पहुंचते हैं तब उन्हें आज-कल कहकर कई दिन तक दौड़ाया जाता है। कभी केंद्र प्रभारी खरीदे गए धान के उठान न होने से जगह की कमी का हवाला देते हैं तो कभी मिलर्स से अनुबंध न होने की बात कहकर किसानों को लौटा दे रहे हैं। मजबूरी में किसान एक हजार से 1200 रुपये प्रति क्विटल की दर पर गल्ला कारोबारियों को बेंचने को विवश हैं। मदरहा गांव के किसान अनिल कुमार ने बताया कि वह एक माह से धान बेंचने के लिए इस केंद्र पर जा रहे है लेकिन उन्हें बार-बार आज-कल कहकर वापस लौटा दिया जा रहा है। इसी तरह की बात परशुराम सिंह, हाफिज अली, महेंद्र कुमार, सुभाष, पप्पू, रामजीत, हारुन अली, इस्तेहाक, जुबेर आदि किसानों ने कहीं।

साधन सहकारी समिति तिलाठी के केंद्र प्रभारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि किसानों से धान खरीदना ही बड़ी बात नहीं है, खरीदे गए धान को सुरक्षित रखना ज्यादा महत्वपूर्ण है। कभी-कभी खरीदे गए धान की उठान न होने से रखने के लिए जगह की समस्या पैदा हो जाती है। इसकी वजह से चाहकर भी धान खरीद पाना मुश्किल हो जाता है। इसमें उनका कोई दोष नहीं है।

डिप्टी आरएमओ रुपेश सिंह ने बताया कि यह शासन व प्रशासन के आदेशों की अवहेलना है। इसकी वह जांच कराएंगे। जांच में खरीद में हीलाहवाली की बात सामने आने पर संबंधित केंद्र के प्रभारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया जाएगा।


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