साहब, हमें बीमार कर देगी यह सड़क
संतकबीर नगर नंदौर-बघुआ राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत बदतर हो गई। बड़े-बड़े गडढे हर समय राहगीरा ेको अस्पताल पहुंचाने के लिए आतुर नजर आते हैं। सड़कों पर उड़ रही धूल राहगीरों को बीमार बना रही है और दमा के रोगी बढ़ रहे हैं।
संतकबीर नगर : नंदौर-बघुआ राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत बदतर हो गई। गढ्डों से भरे इस हाईवे की दो वर्षों से मरम्मत नहीं कराई गई। सड़क में अनगिनत जानलेवा गड्ढे लोगों की कमर तोड़ दे रहे हैं। धूल फांकते हुए लोग इस सड़क का उपयोग कर रहे हैं। तुलसीपुर पुल निर्माणाधीन होने से मेंहदावल से खलीलाबाद जाने वाले लोग भी इसी सड़क का उपयोग कर रहे है। इस सड़क पर आठ किमी दूरी तय करने में डेढ़ घंटे लगते हैं। पांच फिट तक के गड्ढे हर समय राहगीरों को अस्पताल पहुंचाने के लिए आतुर दिखाई देते हैं। आधा दर्जन स्थानों पर सड़क कच्चे मार्ग में बदल गई है। सड़क निर्माण का दावा पिछले दो वर्ष से किया जा रहा है लेकिन अभी तक निर्माण की कार्ययोजना जमीन पर नहीं उतर सकी है।
बीमार हो रहे फेफड़े
क्षतिग्रस्त हाईवे पर धूल उड़ने से सांस लेने की तकलीफ से फेफड़े की बीमारी बढ़ रही है। गड्ढों के झटकों से कमर दर्द के रोगी भी बढ़ रहे हैं। कितनों को कमर सीधा रखने के लिए बेल्ट तक लगाना पड़ गया है। इस जानलेवा सड़क पर आए दिन दुर्घटना हो रही है। ंदो पहिया सवार आए दिन गड्ढे में गिरकर चोटिल हो रहे हैं।
तीन जनपदों को जोड़ती है यह सड़क यह सड़क संतकबीर नगर, सिद्धार्थनगर व बस्ती जनपद को आपस में जोड़ती है। इस सड़क पर प्रतिदिन डेढ़ लाख से लोग यात्रा करते हैं। सड़क की दुर्दशा देखकर जनप्रतिनिधियों व जिम्मेदार अधिकारियों को लोग कोसते हुए निकल जाते हैं। सड़क की बदहाली को लेकर इंटरनेट मीडिया पर लोग अक्सर अपनी नाराजगी प्रकट करते हुए देखे जाते हैं, लेकिन सड़क का निर्माण अभी फिलहाल खटाई में है।
मेंहदावल के विकास पर दाग है यह सड़क
नंदौर-बघुआ मार्ग की हालत बदतर होने से मेंहदावल के विकास पर यह बदनुमा दाग की तरह चमक रहा है। मार्ग का निर्माण अधर में होने से विकास का असली रोडमैप सामने नहीं आ पा रहा है।
सड़क के कारण बढ़ गए हैं मरीज : डा. त्रिपाठी
वरिष्ठ चिकित्सक डा. एसडी त्रिपाठी का कहना है कि क्षतिग्रस्त सड़क पर यात्रा करने से सांस व दमा की बीमारी को बढ़ावा मिल रहा है। कमर दर्द की समस्या भी लोगों में बढ़ गई है। पिछले एक साल से क्षेत्र में सांस और कमर दर्द के मरीजों की संख्या तीन गुना बढ़ी है। इस सड़क की समस्या से निजात मिलने तक लोगों को सावधानीपूर्वक यात्रा करनी चाहिए या वैकल्पिक मार्ग की तलाश करनी चाहिए।
क्या कहते हैं लोग
व्यापारी नेता गोविद बरनवाल का कहना है कि इसी सड़क से सहजनवां, गीडा आदि फैक्ट्रियों से निजी साधनों द्वारा आवश्यक सामग्री मंगाई जाती है। आए दिन रास्ते में गाड़ी खराब हो जाती है जिससे व्यापार को काफी नुकसान पहुंच रहा है। दूसरे वाहन इस रोड पर माल ढोने से कतराते हैं।
जिला पंचायत सदस्य व ंव्यापारी गयासुद्दीन चौधरी का कहना है कि सड़क की हालत खस्ताहाल होने से एक तो समय ज्यादा लगता है दूसरे चार पहिया वाहन भी खटारा बन जा रहे हैं।
शिक्षक रविशंकर मिश्र का कहना है कि नंदौर- बघुआ मार्ग की हालत बेहद खराब है। इस सड़क से यात्रा करना जान जोखिम में डालना है, लेकिन मजबूरी में इस सड़क पर चलना पड़ रहा है।
----------कोट------- इस सड़क की मरम्मत के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। बजट स्वीकृत होने के बाद सड़क की मरम्मत कराई जाएगी। शैलेंद्र यादव, अधिशाषी अभियंता, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण