असनहरा में पुल को पांच घंटे नदी में चला सत्याग्रह
कोतवाली खलीलाबाद की सीमा पर स्थित असनहरा गांव मे कठिनइया नदी पर पक्का पुल की मांग लेकर चल रहा जल सत्याग्रह व धरना 21वे दिन मंगलवार को भी जारी रहा। सत्याग्रही सुबह आठ बजे कठिनइया नदी में उतरे और करीब पांच घंटे तक जल सत्याग्रह किया। इसके बाद नदी किनारे धरना दिया।
संतकबीर नगर: कोतवाली खलीलाबाद की सीमा पर स्थित असनहरा गांव मे कठिनइया नदी पर पक्का पुल की मांग लेकर चल रहा जल सत्याग्रह व धरना 21वे दिन मंगलवार को भी जारी रहा। सत्याग्रही सुबह आठ बजे कठिनइया नदी में उतरे और करीब पांच घंटे तक जल सत्याग्रह किया। इसके बाद नदी किनारे धरना दिया।
सेमरियावां ब्लाक के राजस्व ग्राम असनहरा के लोग दशको से पक्का पुल बनाने की मांग कर रहे है।
एक अगस्त से यहां जल सत्याग्रह और धरना प्रदर्शन चल रहा है।जल समाधि संघर्ष मोर्चा के संयोजक /संस्थापक शैलेश कुमार राजभर ने कहा कि जब तक पुल सड़क का निर्माण शुरू नही किया जाता है और पीडब्लूडी के अधिशासी अभियंता
के विरूद्ध जनहित गारंटी का मुकदमा पंजीकृत नहीं हो जाता है तब तक सत्याग्रह धरना जारी रहेगा।उन्होंने कहा कि कठिनइया नदी पर, बूधा - बांध, डारीडीहा, कुसमैनी में मिलाकर पांच पुल बने हैं जो सभी दो किलोमीटर के अंदर ही है ¨कतु असनहरा घाट पर नदी में पुल नहीं बनाया जा रहा है। सरोजा राजभर ने कहा कि जब चार वर्ष पूर्व पुल सड़क की प्रशासकीय स्वीकृति शासन से मिली तो फिर इसे निरस्त करना जनहित विरुद्ध है। मोर्चा अध्यक्ष रामसुमिरन राजभर ने कहा कि 15 सौ लोग प्रति दिन बांस के पुल से आते जाते है।
इस अवसर पर देवी शरण गौंड, देवेंद्र राजभर, कोमल, रामकेश, कर्मावती, रामदीन, केवला देवी, सुदामा देवी, रामनेवास आदि उपस्थित रहे।