बखिरा के बर्तन कारोबार के लिए मिले 10.57 करोड़
छपिया दोयम में स्थापित होगा कामन सर्विस सेंटर कारोबारियों को मिलेगा तकनीकी सहयोग
जागरण संवाददाता, मेंहदावल : चार दशक से अस्तित्व बचाने का संकट झेल रहे बखिरा के बर्तन कारोबार के विकास को गति मिल गई है। भारत सरकार के सूक्ष्म एवं लघु उद्यम मंत्रालय ने कामन सर्विस सेंटर स्थापित करने के लिए 10 करोड़ 57 लाख की राशि अवमुक्त कर दी है।
बखिरा के बर्तन कारोबार को एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत जिले में पीतल और होजरी के कारोबार को चुना गया। इसके बाद ब्रास वेयर कलस्टर स्थापित करने के लिए बर्तन ग्रामोद्योग संस्थान शिवाजी नगर बखिरा को चुना गया। विधायक राकेश सिंह बघेल बर्तन कारोबार को पुनर्जीवन दिलाने के लिए प्रयास कर रहे थे।
संस्था के संचालक सत्य नारायण सिंह ने कहा कि थानाक्षेत्र के छपिया दोयम में तीन दशक पहले उद्योग विभाग द्वारा अधिग्रहीत भूमि पर चहारदीवारी आदि का निर्माण कार्य राज्य औद्योगिक विकास संस्थान द्वारा कराया जा रहा है। पीतल, तांबा, एल्यूमिनियम और स्टील की बनेगी प्लेट
सत्य नारायण सिंह ने बताया कि कामन सर्विस सेंटर के लिए धन स्वीकृत हो गया है। इस बावत उन्हें पत्र प्राप्त हो चुका है। 10 करोड़ 57 लाख की लागत से मशीनें लगाई जाएंगी। यहां से बर्तन कारीगरों को धातुओं की प्लेट और अन्य सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि 2022 के अंत में बखिरा का बर्तन कारोबार फिर से आगे बढ़ने लगेगा। बर्तन कारोबारी मुन्ना सिंह, बलराम सिंह, राकेश कुमार, अशोक कुमार आदि का कहना है कि अब बखिरा के बर्तन कारोबार का वनवास खत्म हो गया है। जल्द ही एक बार फिर से बखिरा मुरादाबाद को टक्कर देगा। कलस्टर के लिए धन स्वीकृत हो गया है। युद्ध स्तर पर छपिया दोयम में कलस्टर स्थापित करने के लिए चिह्नित भूमि पर आधारभूत सुविधाओं की उपलब्ध कराने का कार्य चल रहा है। कलस्टर स्थापित हो जाने से बखिरा का बर्तन कारोबार पहले की तरह ही चालू हो सकेगा।
राकेश सिंह बघेल, विधायक