शिकायतों के निस्तारण में संतकबीर नगर को सातवीं रैंक
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि सूबे में सम्मानजनक स्थान पाने के लिए जनपद के सभी विभागाध्यक्षों को शिकायतों का निस्तारण समय से और गुणवत्ता के साथ करना होगा। ऐसा करने पर ही अच्छे परिणाम सामने आएंगे। उनका प्रयास यही है कि यह जिला हमेशा बेहतर प्रदर्शन करे।
संतकबीर नगर: शिकायतों के निस्तारण में इस जिले को सूबे में सातवीं रैंक मिली है। वहीं गोरखपुर व बस्ती मंडल के बाकी छह जिले टाप टेन में नहीं आ सके हैं। सिर्फ यह जिला ही टाप टेन में शामिल है। इस मामले में यह जिला पूर्व में सूबे में नंबर वन भी रह चुका है।
इंटीग्रेटेड ग्रिवेंस रीड्रेसल सिस्टम(आइजीआरएस)में डीएम व एसपी के जनता दर्शन, संपूर्ण समाधान दिवस, थाना समाधान दिवस, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, जनसेवा केंद्र के जरिए आने वाले आनलाइन मामले, पीजी पोर्टल आदि के तहत मिलने वाले शिकायतों की हर माह शासन स्तर पर समीक्षा होती है। दिसंबर-2020 में आए मामले के निस्तारण के मामले में शासन से रिपोर्ट आई है। इसमें संतकबीर को सातवीं, सिद्धार्थनगर को 23 वीं, देवरिया को 32 वीं, महराजगंज को 51 वीं, कुशीनगर को 56 वीं, गोरखपुर को 70 वीं तथा बस्ती को 73 वीं रैंक मिली है। अक्टूबर में इस जिले को मिली थी सूबे में नंबर वन रैंकिग आइजीआरएस में आने वाले मामलों के निस्तारण में वर्ष 2020 में अक्टूबर में सूबे में प्रथम स्थान मिला था। वहीं नवंबर में 39 वीं रैंक मिली थीं। डीएम शिकायतों के तय समय में निस्तारण के लिए हर माह बैठक करती हैं। सभी विभागों के अधिकारियों को इसके लिए दिशा-निर्देश देती रहती हैं। इसी का परिणाम है कि यह जिला अक्सर टाप टेन में शामिल रहता है।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि सूबे में सम्मानजनक स्थान पाने के लिए जनपद के सभी विभागाध्यक्षों को शिकायतों का निस्तारण समय से और गुणवत्ता के साथ करना होगा। ऐसा करने पर ही अच्छे परिणाम सामने आएंगे। उनका प्रयास यही है कि यह जिला हमेशा बेहतर प्रदर्शन करे।