सदकर्म ही मानव जीवन का श्रेष्ठ धर्म: विष्णु दत्त
मेहदावल विकास खंड के भटौली गांव में शुक्रवार को जय गुरुदेव के अनुयायियों द्वारा एकदिवसीय प्रवचन और भंडारे का आयोजन किया। इस दौरान प्रवचनकर्ता द्वारा मानव जीवन को सफल बनाने के लिए अनेक प्रकार के सिद्धांत बताए गए। शाकाहार की महत्ता को बताते हुए प्रवचनकर्ता ने इसे दीर्घजीवी होने के लिए जरूरी बताया।
संतकबीर नगर: मेहदावल विकास खंड के भटौली गांव में शुक्रवार को जय गुरुदेव के अनुयायियों द्वारा एकदिवसीय प्रवचन और भंडारे का आयोजन किया। इस दौरान प्रवचनकर्ता द्वारा मानव जीवन को सफल बनाने के लिए अनेक प्रकार के सिद्धांत बताए गए। शाकाहार की महत्ता को बताते हुए प्रवचनकर्ता ने इसे दीर्घजीवी होने के लिए जरूरी बताया।
मिर्जापुर से आए प्रवचनकर्ता विष्णुदत्त ने कहा की अच्छे कर्म ही मनुष्य को इंसान बनाते हैं। सभी जीवों के उपर दया की भावना ही मानव जीवन की सबसे बड़ी पूंजी होती है। आदमी को इंसानियत के लिए बुराईयों का त्याग करना चाहिए जिससे सृष्टि के रचानाकार को अपने बनाए गए परिवार को देखते हुए खुशी प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि मानव अपने स्?वाद के लिए दूसरे जीवों को काटकर खाता है जो सर्वथा गलत है। उन्होंने कहा कि कलियुग के प्रभाव से मानव स्?वार्थी होता चला जा रहा है जिससे उसे अनेक प्रकार के रोगों ने घेर रखा है। जय गुरुदेव ने हमेशा शाकाहारी रहने की शिक्षा दी।उमाशंकर शर्मा ने कहा की सभी को आपस में प्रेम से रहना चाहिए यही इंसानियत का मूलमंत्र है। मानव जितना विकास के पीछे भागेगा उतना ही विनाश उसके साथ आएगी। सभी धर्मों का सम्मान व प्रेम ही मानवता को बचा सकता है। इस दौरान ओंकारनाथ चौधरी, जर्नादन चौधरी, दयाराम, छठठू जायसवाल, अर्जुन, रामकेश, श्रीराम, मनोज द्विवेदी, श्यामलाल यादव, मनीष द्विवेदी, रेखा देवी सहित अनेक लोग मौजूद रहे।