घरो व मस्जिदों में हुई इबादत, अकीकदमंदों ने मांगी दुआएं
संतकबीर नगर मुकद्दस माह रमजान में गुरुवार को नौवां रोजा रखा गया। अकीकतमंदों ने घरो व मस्जिदों में इबादत करके अमन चैन व सलामती की दुआएं मांगी।
संतकबीर नगर : मुकद्दस माह रमजान में गुरुवार को नौवां रोजा रखा गया। अकीकतमंदों ने घरो व मस्जिदों में इबादत करके अमन, चैन व सलामती की दुआएं मांगी। कुरआन पाठ करके रोजेदारों ने गुनाहों से तौबा करते हुए पापों से छुटकारा पाने की रहमत मांगी। 10 दिनों का रहमतों का अशरा शुक्रवार को इफ्तार से पूरा होगा। शनिवार को 11 वें रोजा से मगफिरत(गुनाहों से मुक्ति) का दूसरा अशरा शुरू होगा। अनेक अकीदतमंद घरों में अल्लाह की इबादत कर रहे हैं।
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अल्लाह के वास्ते, मगफिरत के रास्ते - मगफिरत (गुनाहों से छुटकारा) की बात हर मजहब में कही गई है। जैसे- जैन धर्म में मोक्ष (मगफिरत) के लिए रत्न-त्रय (सम्यक ज्ञान-दर्शन-चरित्र), सनातन धर्म में सदाचार ईसाई मजहब में हाली ड्यूटीज एंड मर्सी की अहमियत है। इस्लाम में मगफिरत के लिए ताक्वा (सत्कर्म) जरूरी है। इसके लिए रोजा जरूरी है। यह अल्लाह की रजामंदी पाने का रास्ता है। जामा मस्जिद इमाम हाफिज माजिद अली ने कहा कि मुबारक माह के ग्यारहवें रोजे से बीसवें रोजे तक के समय को मगफिरत का अशरा (मोक्ष का कालखंड) कहा जाता है। मौलाना वसीम ने कहा कि रोजा फर्ज है। मौजूदा समय में घरों में रह कर अल्लाह की इबादत करें।
रमजान माह को लेकर खलीलाबाद, नंदौर, महुली, बखिरा, धर्मसिंहवा आदि क्षेत्रों में उत्साह बढ़ गया है। त्योहार को परंपरागत ढंग से मनाने के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। जरूरी सामानों संग कपड़ों की खरीद शुरू हो गई है।
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हाईलाइटर
10 दिनों का रहमतों का अशरा शुक्रवार को इफ्तार से होगा पूरा
घरों में रह कर अल्लाह की इबादत का सुझाव दे रहे मौलवी
शनिवार को गुनाहों से मुक्ति का शुरू होगा दूसरा अशरा