याद किए गए गोस्वामी तुलसीदास व डा. कलाम
गोस्वामी तुलसीदास व पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर सोमवार को खलीलाबाद के प्रभा देवी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
संत कबीरनगर: रामचरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास व पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर सोमवार को खलीलाबाद के प्रभा देवी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एक साथ दो युगों के मनीषियों को याद करने के साथ ही उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया।
महाविद्यालय के उप प्रबंध निदेशक वैभव चतुर्वेदी ने कहा कि रामचरित मानस यथार्थ, आदर्श और लोक-परलोक को सुधारने का माध्यम व आस्था और विचार का समागम है। यह मानव संस्कारों की मंजूषा है।
उन्होंने गोस्वामी तुलसीदास के जीवन प्रसंग पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम के देश के प्रति योगदान के बारे में बताया। प्रबंधक पुष्पा चतुर्वेदी ने कहा कि मानस के नारी पात्र सीता, अनुसुइया, कौशल्या, सुमित्रा, मंदोदरी, त्रिजटा आदि आदर्श हैं। डा. केएम त्रिपाठी ने कहा कि तुलसीदास जी ने समाज में नैतिक मूल्यों का समावेश करने के लिए रचनाएं की। प्राचार्य डा. प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने कहा कि डा. अब्दुल कलाम ने देश को मजबूत करने का प्रयास किया। वह अपने कार्यों से सदैव याद किए जाएंगे ।