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संतकबीर नगर के सीएमओ की गिरफ्तारी के लिए दफ्तर व आवास पर छापा

संतकबीर नगर मेंहदावल के विधायक राकेश सिंह बघेल के कोरोना संक्रमित होने की फर्जी रिपोर्ट तैयार करने के मामले में पुलिस ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. हरगोविद सिह की गिरफ्तारी के लिए शनिवार को उनके कार्यालय व आवास पर छापा मारा। सीएमओ दोनों जगह नहीं मिले।

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Apr 2021 10:51 PM (IST)Updated: Sat, 10 Apr 2021 10:51 PM (IST)
संतकबीर नगर के सीएमओ की गिरफ्तारी के लिए दफ्तर व आवास पर छापा
संतकबीर नगर के सीएमओ की गिरफ्तारी के लिए दफ्तर व आवास पर छापा

संतकबीर नगर: मेंहदावल के विधायक राकेश सिंह बघेल के कोरोना संक्रमित होने की फर्जी रिपोर्ट तैयार करने के मामले में पुलिस ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. हरगोविद सिह की गिरफ्तारी के लिए शनिवार को उनके कार्यालय व आवास पर छापा मारा। सीएमओ दोनों जगह नहीं मिले। उनका मोबाइल भी बंद मिला।

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तीन माह पहले एक मामले में एमपी-एमएलए न्यायालय द्वारा विधायक के खिलाफ वारंट जारी हुआ था। उसमें वह हाजिर नहीं हुए और कोर्ट में दी गई अर्जी में उन्होंने खुद को कोरोना पाजिटिव होना बताया। न्यायालय ने इस संबंध में जब सीएमओ से रिपोर्ट मांगी तो उन्होंने विधायक के कोरोना पाजिटिव होने की रिपोर्ट दे दी, लेकिन जब जिले में गठित कोविड टीम ने जांच की तो पता चला कि विधायक कोरोना पाजिटिव नहीं थे और सीएमओ ने उनके पक्ष में जो रिपोर्ट दी थी, वह गलत थी। तीन माह से इस मामले में जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो न्यायालय ने फिर संज्ञान लिया और एसपी से पूछा कि सीएमओ को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। इसी क्रम में शनिवार को पुलिस क्षेत्राधिकारी अंशुमान मिश्र के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम ने सीएमओ कार्यालय और उनके आवास पर छापेमारी की। विधायक पर भी इस मामले में कोतवाली में मुकदमा दर्ज है। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि पुलिस सीएमओ की तलाश कर रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करके न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।

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गया था इंजीनियर बनने, बन गया अपराधी

संतकबीर नगर : पिता ने होनहार पुत्र अवनीश तिवारी को बीटेक करने के लिए नोएडा भेजा था। उम्मीद पाली थी कि बीटेक कर बेटा इंजीनियर बनेगा लेकिन बेटे ने पिता की उम्मीदों पर पानी फेर दिया और साइबर अपराधी बन गया। लाखों की ठगी की और जेल चला गया। बिहार के गोपालगंज जनपद के कटेया क्षेत्र स्थित धर्मकर्ता गांव निवासी अधिवक्ता प्रदीप कुमार तिवारी ने लगभग तीन वर्ष पूर्व पुत्र अवनीश तिवारी को बीटेक की पढ़ाई के लिए नोएडा भेजा था। उन्होंने बताया कि बेटे को इंजीनियर बनाने का सपना रहा। बेटे के जयरायम की दुनिया में उतरने की जानकारी तब हुई जब उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया। नोएडा में रहने के दौरान होनहार पुत्र साइबर अपराधियों से जुड़ गया। गोपालगंज जिले के एसपी आनंद कुमार ने बताया कि अवनीश तिवारी पर जनपद में कोई भी आपराधिक मुकदमा नहीं है। अब उसके बारे में जानकारी एकत्र कराई जाएगी।


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