पं. दीनदयाल के बताए रास्ते पर चलने का लिया संकल्प
सभी ने उनके जीवन प्रसंग पर चर्चा करने के साथ ही भाजपा को उनकी राह पर चलने वाला दल बताया।
संतकबीर नगर : पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर सरकारी स्तर से जहां हर ब्लाक मुख्यालयों पर गरीब कल्याण मेला आयोजित किया गया वहीं कार्यकर्ताओं ने भी अपने स्तर से कार्यक्रम आयोजित किया। सभी ने उनके जीवन प्रसंग पर चर्चा करने के साथ ही भाजपा को उनकी राह पर चलने वाला दल बताया।
भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने शहर के समय माता मंदिर परिसर में जयंती मनाई। भाजपा के जिलाध्यक्ष जगदंबा लाल श्रीवास्तव और उपाध्यक्ष राकेश मिश्र ने कहा कि दरिद्र नारायण की सेवा को ही पं. उपाध्याय सबसे पुनीत कार्य मानते थे। उनके बताए राह पर चलकर भाजपा हर गरीब परिवार में खुशियां घोलने का कार्य कर रही है। उन्होंने पं. उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस मौके पर भाजयुमो जिलाध्यक्ष सर्वेश त्रिपाठी, कन्हैया वर्मा, सुजीत गुप्ता, नगर अध्यक्ष सर्वदानंद मिश्र, बृजनंदन वर्मा,पवन सैनी,रिशू श्रीवास्तव,अभिषेक,पंकज समेत अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
धनघटा तहसील क्षेत्र के ग्रामीण अंचलों में भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती धूमधाम से मनाई गई। भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष अनिरुद्ध शुक्ल ने कहा कि भाजपा पं. दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को मूलमंत्र मानकर कार्य कर रही है। सभी ने उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य बंधू सिंह चौहान ,राजू राणा,महेंद्र राजभर समेत अनेक लोग मौजूद रहे। विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर याद किए गए स्वास्थ्यकर्मी
संतकबीर नगर : विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर फार्मेसी एंड फार्मासिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में संयुक्त जिला चिकित्सालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कोरोना काल में फार्मासिस्टों की सेवा को याद कर उन्हें सम्मानित भी किया गया। अस्पताल में भर्ती मरीजों में फल बांटकर उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की गई। इस दौरान लोगों को सम्मानित भी किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि युवा भाजपा नेता वैभव चतुर्वेदी को संगठन के पदाधिकारियों ने सम्मानित कर उन्हें संगठन का सहयोगी बताया। वैभव ने कहा कि हमें 25 सितंबर को देश में फार्मासिस्टों को उनके बेहतर काम करने के लिए याद किया जाता है। हम बिना फार्मेसी और फार्मासिस्ट के इस दुनिया की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। हर किसी को जिदगी में किसी-न-किसी मोड़ पर फार्मासिस्ट की मदद लेनी पड़ती है। चिकित्सा क्षेत्र हमेशा से मानव जाति के जीवन का हिस्सा रहा है। जब दुनिया कोरोना महामारी से पीड़ित थी, जनता को अपने घर से बाहर निकलने का डर था, ये फार्मासिस्ट ड्यूटी पर थे, बिना जान की परवाह किए। इन लोगों ने अथक प्रयास से लाखों लोगों की जान बचाई।
संगठन के अध्यक्ष पीयूष सिंह ने कहा कि देश में 50 हजार से अधिक फार्मासिस्ट के पद रिक्त पड़े हैं। यदि प्रशिक्षित युवाओं को मौका मिले तो वे लोगों की बेहतर सेवा कर सकते हैं। मौके पर आइवी विश्वकर्मा, राहुल राय, शोएब खान, डा. सोहन, एके चौधरी, वीके चौधरी, संतोष त्रिपाठी, सुनील, सत्येंद्र पाल, एके वर्मा,जेपी पांडेय, मेहताब, कन्हैया लाल, चंद्रपाल, अंगद, जितेश, सूर्यकांत मौर्य, अजय त्रिपाठी, फैयाज खान मौजूद रहे।