बिना सिपाही हो रही बैंकों की सुरक्षा
जनपद में बैंकों पर सुरक्षा भगवान भरोसे है। अधिकतर बैंकों पर पुलिस की ड्यूटी नहीं लगती है। कुछ जगहों पर यदि होमगार्ड लगाए भी जाते हैं तो उन्हें असलहा की जगह डंडा थमा दिया जाता है। बिना हथियार के सुरक्षा की कवायद कितनी प्रभावी हो सकती है इसी सहज की कल्पना की जा सकती है।
फोटो-एसकेटी-19 से 22 तक
संतकबीर नगर : जनपद में बैंकों पर सुरक्षा भगवान भरोसे है। अधिकतर बैंकों पर पुलिस की ड्यूटी नहीं लगती है। कुछ जगहों पर यदि होमगार्ड लगाए भी जाते हैं तो उन्हें असलहा की जगह डंडा थमा दिया जाता है। बिना हथियार के सुरक्षा की कवायद कितनी प्रभावी हो सकती है, इसी सहज की कल्पना की जा सकती है।
खलीलाबाद कस्बा स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा के सामने दो पहिया वाहनों की भरमार के बीच लोग किसी तरह से बैंक में घुस रहे थे। बड़ी संख्या में लोग बैंक के आसपास भी टहलते दिखे। इसी प्रकार पंजाब नेशनल बैंक(पीएनबी),यूनियन बैंक, बैंक आफ बड़ौदा, एक्सिस बैंक आदि पर भी रहा। दोपहर में 12 बजे तक बैंक के अंदर लोग जमा और निकासी के लिए खचाखच भरे रहे। सुरक्षा के नाम पर यहां कुछ नहीं था। कोतवाली के वरिष्ठ उप निरीक्षक सुभाष मौर्या ने कहा कि उनके पास पर्याप्त पुलिस वाले नहीं हैं, इसलिए किसी की ड्यूटी बैंक के बाहर नहीं लगाई जाती है। हां पुलिस की एक मोबाइल टीम नगर के बैंकों पर नजर रखती है।
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धनघटा स्थित पंजाब नेशनल बैंक के सामने एक होमगार्ड बिना असलहे के ड्यूटी कर रहा था। शाखा प्रबंधक उमाशंकर कुमार ने बताया कि बैंक का सायरन ठीक है। इसके साथ ही केबिन व बाहर सीसी कैमरे लगाए गए हैं। इसी तरह से रोसया बाजार, पंजाब नेशनल बैक नाथनगर, सिकटहा,स्टेट बैंक महुली आदि पर भी बिना असलहे के खुद असहाय कर्मी सुरक्षा की गारंटी देते दिखे। स्टेट बैंक धनघटा के प्रबंधक सुशील कुमार ने बताया कि बैंक के गार्ड के पास असलहा है। थाने से जो भी गार्ड लगाए जाते हैं वह असलहे के बिना आते हैं। इसी प्रकार मेंहदावल, सांथा, धर्मसिंहवा, नंदौर, दुधारा, मगहर, पौली, बघौली आदि क्षेत्रों में सुरक्षा को लेकर लापरवाही की बात लोगों ने उठाने का प्रयास किया।