आनलाइन प्रशिक्षित हुए प्रधान, बताई गई जिम्मेदारी
सोमवार को बेलहर सेमरियावां और बघौली ब्लाकों के सभागारों में क्षेत्र के ग्राम प्रधानों को आनलाइन प्रशिक्षण दिया गया
जागरण संवाददाता, संतकबीर नगर : सोमवार को बेलहर, सेमरियावां और बघौली ब्लाकों के सभागारों में क्षेत्र के ग्राम प्रधानों को आनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान प्रशिक्षकों ने कहा कि कोरोना जैसी घातक बीमारी से गांव के लोगों को बचाना ग्राम प्रधानों की प्रथम जिम्मेदारी है। इसके लिए आप सभी लोग अपने-अपने गांवों के ग्रामीणों को टीकाकरण के लिए जागरूक करें। साथ ही साथ मास्क लगाने व शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए भी लोगों को सजग करें।
बेलहर के एडीओ पंचायत सभाजीत यादव ने कहा कि ग्राम पंचायत में विकास कार्य संचालित करने में की जिम्मेदारी प्रधान की है। इसलिए आप लोग ग्राम पंचायतों में पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ अवश्य दिलाएं। उन्होंने कहा कि 66 ग्राम पंचायतों में किसी भी प्रकार कि शिकायत आएगी तो जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
सेमरियावां ब्लाक के सेमरियावां, भाटपारा, देवरियालाल और जगदीशपुर उर्फ लहुरादेवा में स्थित पंचायत भवनों में ब्लका के सभी 113 ग्राम प्रधानों ने आनलाइन प्रशिक्षण लिया। एडीओ पंचायत शशिभूषण पांडेय ने बताया कि आनलाइन प्रशिक्षण के माध्यम से प्रधानों को विकास योजनाओं की जानकारी दी गई। उसी अनुसार ग्राम पंचायत के विकास का खाका तैयार कर कार्य कराया जाना है।
बघौली ब्लाक के ग्राम प्रधानों को भी चार स्थानों पर आनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। क्षेत्र के हरदी, औरंगाबाद, मकदूमपुर और बौरब्यास में सभी 81 ग्राम पंचायतों के प्रधान पहुंचे थे। इस दौरान सभी को आवास, पेंशन, शौचालय, नाली, सड़क, खड़ंजा, पेयजल, शिक्षा, चिकित्सा पर विशेष ध्यान देकर कार्य करने का निर्देश दिया गया।
किसान पराली न जला पाएं, प्रशासन अभी से अलर्ट
संतकबीर नगर: जिलाधिकारी दिव्या मित्तल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में 22 जुलाई को शाम साढ़े पांच बजे बैठक होगी। इसमें सभी एसडीएम, तहसीलदार, बीडीओ, थानाध्यक्ष, ईओ, उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी के अलावा अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी मौजूद रहेंगे। पराली जलाने से पर्यावरण को होने वाली क्षति और लोगों के सेहत पर पड़ रहे दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी दी जाएगी। इस पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विमर्श किया जाएगा।
डीएम ने कहा कि पराली को लेकर प्रशासन अपनी तैयारी में जुटा है। कोरोना काल में पर्यावरण को लेकर सभी सजग हैं। हम अपनी फसलों के अवशेष को जलाएं नहीं, उसका सदुपयोग करें। पराली के प्रति जनपद के किसानों को जागरूक करने के लिए प्रशासन अभी से तैयारी कर रहा है। इस बार गांव-गांव में मुनादी कराकर लोगों को पराली के प्रति जागरूक किया जाएगा।