जुमा पर मस्जिद नहीं घर पर पढ़े नमाज
मदरसा तालीमुल कुरआन सेमारियावां के धर्मगुरु मौलाना मुनीर अहमद नदवी ने कहा कि मुल्क में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन जारी है। इसका मकसद किसी भी हाल में भीड़ एकत्र न हो।
संत कबीरनगर : मदरसा तालीमुल कुरआन सेमारियावां के धर्मगुरु मौलाना मुनीर अहमद नदवी ने कहा कि मुल्क में कोरोना वायरस से बचाव के लिए लॉकडाउन जारी है। इसका मकसद किसी भी हाल में भीड़ एकत्र न हो। अपने घर में रहें, सुरक्षित रहें। इस विश्वव्यापी महामारी से देशवासियों को बचाने के लिए सरकार रात-दिन सतर्क है। भीड़ रोकने के लिए जनहित में सख्ती भी की जा रही है। इसे अन्यथा न लें, यह देशहित और समाजहित में है।
मौलना ने कहा कि मस्जिदों में भीड़ न होने दें। इससे बचें। लोग अपने घरों में पांच वक्त की नमाज अदा करें। मस्जिद आने की जरूरत नहीं है। इस महामारी के फैलने का प्रमुख कारण मानव भीड़ है। जुमा की नमाज में भीड़ से बचने के लिए बेहतर है कि लोग अपने अपने घरों में जोहर की नमाज अदा करें।
मौलाना कारी नसीरुद्दीन तथा जफीर अली करखी ने कहा कि साफ-सफाई का पूरा ध्यान दें। बिना भेदभाव के पड़ोसियों का पूरा ख्याल रखें। कोई व्यक्ति, परिवार भूखा न रहे। अल्लाह से अपनी गुनाहों की माफी मांगे। किसी को तकलीफ न पहुचाएं। गरीबों की मदद व दान करने का संकल्प लें। मस्जिद की जगह घर में नमाज अदा करें।