लापता मासूमों का एक माह बाद भी पता नहीं लगा सकी पुलिस
संत कबीरनगर मुंबई से लौटे एक युवक ने अपनी ही तीन मासूम बेटियों को तीस मई की रात लगभग आ
संत कबीरनगर : मुंबई से लौटे एक युवक ने अपनी ही तीन मासूम बेटियों को तीस मई की रात लगभग आठ बजे अपने एक सहयोगी के साथ सरयू नदी में फेक कर बेटियों के अपहरण की झूठी सूचना दी। बाद में पुलिस की पूछताछ में टूट गया और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
बेटियों को नदी में फेंकने की सूचना पर पुलिस ने गोताखोरों की मदद से तीनों मासूमों के तलाश करने का प्रयास किया। लेकिन किसी की लाश नहीं मिली। बाद में आरोपी युवक और उसके मित्र पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। एक माह बाद भी मासूमों का पता नहीं लगना, कई तरह के सवाल खड़ा कर रहा है। क्षेत्र में इस घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
क्या था मामला
डिहवा निवासी सरफराज अपनी तीन बेटियों दस वर्ष, सात वर्ष और ढाई वर्ष को घर से दवा करवाने के लिए ले तीस मई की शाम को निकला था। देर रात तक जब वह घर नहीं पहुंचा तो उसकी पत्नी ने उसे फोन करना शुरू किया। उसका फोन बंद आ रहा था, तो उसने इसकी जानकारी पुलिस को दी। इसके कुछ देर बाद सरफराज घर पहुंचा और बताया कि कुछ लोगों ने उस पर हमला करके उसकी बेटियों का अपहरण कर लिया है। उसे भी चोट आई है। पुलिस ने जब उससे कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया और अपने एक मित्र के साथ बेटियों को सरयू नदी में फेंकने की जानकारी दी। नदी में एक सप्ताह तक बच्चियों के लाश को ढूंढने का प्रयास हुआ, लेकिन लाश नहीं मिली। पुलिस अन्य विदुओं की भी जांच में जुटी है। आरोपित पिता और उसके सहयोगी को जेल भेजा जा चुका है।
अखिलानंद उपाध्याय, थानेदार, धनघटा