अब किन्नरों को आसानी से मिलेगा पहचान प्रमाण पत्र
शासन के अनु सचिव अनिल कुमार सिंह ने पत्र जारी कर दिशा-निर्देश दिया है। इसके बाद जिला स्तर पर किन्नरों को इसके प्रति जागरूक करने की तैयारी चल रही है। उनके निवास स्थलों पर टीम पहुंचेगी। पहचान प्रमाण पत्र बनाने के केंद्र सरकार की पहल के बारे में जानकारी देगी।
संतकबीर नगर: जनपद में रहने वाले किन्नर समुदाय के लोगों को अब पहचान प्रमाण पत्र बनवाने में सहूलियत होगी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने इसको लेकर पहल की है। केंद्र स्तर से बने नए पोर्टल ह्लह्मड्डठ्ठह्यद्दद्गठ्ठस्त्रद्गह्म.स्त्रश्रह्यद्दद्ग.द्दश्र1.द्बठ्ठ पर आनलाइन आवेदन करना होगा और प्रमाण पत्र बन जाएगा।
शासन के अनु सचिव अनिल कुमार सिंह ने पत्र जारी कर दिशा-निर्देश दिया है। इसके बाद जिला स्तर पर किन्नरों को इसके प्रति जागरूक करने की तैयारी चल रही है। उनके निवास स्थलों पर टीम पहुंचेगी। पहचान प्रमाण पत्र बनाने के केंद्र सरकार की पहल के बारे में जानकारी देगी। समस्या निस्तारण को गठित होगा आयोग किन्नर समुदाय की समस्या समाधान को लेकर प्रदेश स्तर पर आयोग का गठन होगा। इसके अध्यक्ष समाज कल्याण के प्रमुख सचिव होंगे, बाकी तीन सदस्य किन्नर समुदाय के होंगे। इनके द्वारा जिले का दौरा किया जाएगा। किन्नरों की समस्या सुनी जाएगी और निस्तारण कियाजाएगा। जनपद स्तर पर जिला समाज कल्याण अधिकारी इसके नोडल होंगे। वह आनलाइन आवेदन करने वाले किन्नर समुदाय के सदस्यों के पहचान प्रमाण पत्र समय से जारी करवाने को तहसील प्रशासन से वार्ता करेंगे।
जिले में यूं घटी इनकी संख्या
करीब एक दशक पूर्व जनपद में 18 साल या इससे अधिक आयु वाले किन्नरों की संख्या 75 थी। 2019 में घटकर 47 हुई तो वर्तमान में संख्या 39 है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी सतीश कुमार ने बताया कि यह सराहनीय पहल है। इससे किन्नर समुदाय के सदस्यों को पहचान प्रमाण पत्र बनवाने में सुविधा होगी। इनकीसमस्याओं का त्वरित निस्तारण भी होगा।
एमडीएम का अनाज न बांटने पर प्रधानाध्यापक को फटकारा
बीएसए ने बुधवार को खलीलाबाद ब्लाक के चार विद्यालयों की अचानक जांच की। जांच में खामियां मिलने पर नाराजगी जताई। बच्चों को मध्याह्न भोजन का खाद्यान्न न देने पर एक प्रधानाध्यापक को फटकार लगाई। वहीं दो विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी करके एक सप्ताह भीतर स्पष्टीकरण मांगा।
बीएसए सत्येंद्र कुमार सिंह बुधवार को सुबह दस बजे किड़िहिरियां गांव स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में पहुंचे। यहां विद्यालय भवन की स्थिति ठीक न मिलने पर नाराजगी जताई। कायाकल्प योजना से इसकी मरम्मत कराने के निर्देश दिए। उच्च प्राथमिक विद्यालय कोनी में जांच करने पर उन्होंने पाया कि यहां पर बच्चों में मध्याह्न भोजन का खाद्यान्न नहीं बंटा है। इस पर उन्होंने प्रधानाध्यापक राजेंद्र कुमार को फटकार लगाई। इन दोनों विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की लापरवाही पर नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण भी मांगा। वहीं प्राथमिक विद्यालय कोनी में विद्यालय भवन ठीक मिला। बेहतर कार्य के लिए शिक्षकों की सराहना की। प्राथमिक विद्यालय नौरंगिया में जांच करने पर सभी शिक्षक उपस्थित मिले। निरीक्षण के दौरान बीएसए के साथ जिला समन्वयक मध्याह्न भोजन धीरेंद्र प्रताप चंद व शिक्षक आदि मौजूद रहे।