केबल से दौड़ेगी बिजली, नहीं फंसेगा 'कटिया'
जिले के एक हजार से अधिक आबादी वाले गांवों में नंगे तार की जगह प्लास्टिक कोटेड केबल के जरिये बिजली की आपूर्ति होगी। इस पर 54.06 करोड़ रुपये खर्च होंगे। शासन से 1.25 करोड़ रुपये मिल भी गए हैं। इससे बिजली चोरी पर विराम लगेगा तो लाइन लास रुकेगा।
संतकबीर नगर : जिले के एक हजार से अधिक आबादी वाले गांवों में नंगे तार की जगह 'प्लास्टिक कोटेड केबल' के जरिये बिजली की आपूर्ति होगी। इस पर 54.06 करोड़ रुपये खर्च होंगे। शासन से 1.25 करोड़ रुपये मिल भी गए हैं। इससे बिजली चोरी पर विराम लगेगा तो लाइन लास रुकेगा।
विभाग एडीबी (एशियन डेवलपमेंट बैंक) योजना के तहत गांवों से नंगे तार हटवाएगा। प्लास्टिक कोटेड केबल लगेगा। प्रथम चरण में 359 गावों को चयनित किया गया है। कार्यदायी संस्था एके इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को यह कार्य करवाने की जिम्मेदारी मिली है।
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2.41 लाख हैं उपभोक्ता
जिले की आबादी- लगभग 18 लाख
कुल ब्लाक - नौ
कुल तहसील - तीन
ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के बिजली उपभोक्ता-दो लाख 41 हजार 500
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गांव के प्रत्येक पोल पर उपभोक्ताओं के सुविधा के लिए एक बाक्स लगाए जाएंगे। इससे कनेक्शन दिया जाएगा। अब कटिया कनेक्शन नहीं लगा पाएंगे। लाइन लास भी कम होगा।
अभिषेक चौधरी-प्रोजेक्ट मैनेजर
एके इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड
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नए साल में जनवरी के प्रथम सप्ताह से कार्य शुरु हो जाएगा। इससे उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा मिलेगी।
आरके सिंह-एक्सईएन, खलीलाबाद