मम्मी, पुलिस अंकल ने पापा को क्यों मारा
पुलिस की वर्दी को दागदार करने वाली दो सगे भाइयों दिग्विजय व जगन्नाथ की बेरहम पिटाई ने तमाम सवाल खड़े किए। बचों के विवाद में सांथा चौकी प्रभारी का अमानवीय चेहरा लोगों के रोंगटे खड़ा कर दे रहा है। मेडिकल कराने पहुंचा पीड़ित का सीएचसी के फर्श पर औधें मुंह पड़ा चित्र लोगों को विचलित कर दिया।
संत कबीर नगर: पुलिस की वर्दी को दागदार करने वाली दो सगे भाइयों दिग्विजय व जगन्नाथ की बेरहम पिटाई ने तमाम सवाल खड़े किए। बच्चों के विवाद में सांथा चौकी प्रभारी का अमानवीय चेहरा लोगों के रोंगटे खड़ा कर दे रहा है। मेडिकल कराने पहुंचा पीड़ित का सीएचसी के फर्श पर औधें मुंह पड़ा चित्र लोगों को विचलित कर दिया। इससे अस्पताल में मौजूद हर कोई हतप्रभ रह गया। मंगलवार की देर रात जब दोनों भाई जमानत पर रिहा होने के बाद घर लौटे तो बच्चे सो गए थे, लेकिन पूरा गांव जग रहा था। बुधवार की सुबह पापा दिग्विजय व चाचा जगन्नाथ को दर्द से कराहते हुए दिग्विजय के बच्चे प्रभात (6) व प्रियांशु (3) ने देखा तो दोनों अपने पापा से लिपट गए। मम्मी शर्मिला से बच्चों का सवाल था की मम्मी-मम्मी पापा व चाचा क्यों रो रहे हैं। शर्मिला ने जवाब दिया की पुलिस अंकल ने मारा है, तो बच्चों ने फिर सवाल किया कि पुलिस अंकल ने पापा व चाचा को क्यों मारा, तो इसका जवाब किसी के पास नहीं था। बच्चों के इस सवाल ने बड़ों को भी निरुत्तर कर दिया।
दोनों भाईयों पर पुलिस के जुल्म की कहानी जब रिश्तेदारों व आसपास के लोगों को पता चली तो लोग घर पर पहुंचना शुरू कर दिए। लोगों ने दोनों भाईयों की बात सुनकर पुलिस को खरीखोटी सुनाते हुए कार्रवाई की मांग की।
पुलिस का नाम लेते ही आंखों में सुरक्षा का अक्स उभरने लगता है। लेकिन जब पुलिस रक्षक नहीं भक्षक बन जाय तो उसपर से विश्वास उठने लगता है। लोहरसन गांव के दो सगे भाईयों के साथ किए गए अमानवीय व्यवहार से पुलिस की इमेज को भी गहरा धक्का लगा है।