मोहम्मद आकिब को यूपीएससी परीक्षा में मिली सफलता
आकिब को 203वीं रैंक हासिल हुई है। उनकी सफलता से गांव-क्षेत्र के लोगों में हर्ष का माहौल है।
संतकबीर नगर : सांथा ब्लाक के पोखर भिटवा गांव के किसान अलाउद्दीन के पुत्र मोहम्मद आकिब ने यूपीएससी 2020 की परीक्षा पासकर सफलता का परचम लहराया है। आकिब को 203वीं रैंक हासिल हुई है। उनकी सफलता से गांव-क्षेत्र के लोगों में हर्ष का माहौल है। लोगों ने घर पहुंचकर आकिब के स्वजन को बधाई दी है। आकिब ने वर्ष 2019 में भी यूपीएससी की परीक्षा में 579वीं रैंक पाई थी। वर्तमान में वह सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
आकिब की मां कलिमुन्निशा गृहणी हैं। दो भाई तारिक व ताहिर हैं। आकिब की प्राथमिक शिक्षा सुकरौली के प्राथमिक विद्यालय में हुई। उसके बाद उनका चयन नवोदय विद्यालय बसंतपुर बांसी जनपद सिद्धार्थनगर में हो गया। वहां से इंटरमीडिएट पास किया। उसके बाद आइआइटी चेन्नई में कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। फिर दिल्ली में रहकर ही आइएएस की तैयारी कर रहे थे। आकिब के पिता ने कहा कि आकिब बचपन से ही आइएएस बनने की बात करता था। आकिब के शिक्षक रामाज्ञा विश्वकर्मा ने कहा कि उसने यह साबित कर दिया कि केवल कांवेंट स्कूल नहीं बल्कि प्राइमरी स्कूल के विद्यार्थी भी आइएएस बनकर देश की सेवा कर सकते हैं। शिक्षकों को अतिरिक्त कार्य से मुक्त करने की मांग
संतकबीर नगर: राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला इकाई की बैठक शनिवार को खलीलाबाद बीआरसी सभागार में हुई। शिक्षकों की समस्याओं को लेकर बीएसए के माध्यम से एडी बेसिक को ज्ञापन भेजा गया।
बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष नवीन कुमार त्रिपाठी ने कहा कि शासनादेश में अतिरिक्त कार्य वाले कर्मियों को उपार्जित अवकाश दिए जाने की व्यवस्था है। कोरोना काल में अनेक शिक्षकों ने कंट्रोल रूम के साथ ही अन्य कार्य किए। सभी को उपार्जित अवकाश मिलना चाहिए। जिला महामंत्री अमरेश कुमार चौधरी ने कहा कि बच्चों के खाते में भेजे गए धन का डाटा पोर्टल पर अपलोड करने की जिम्मेदारी शिक्षकों को दी गई है, जो गलत है। हर बीआरसी पर डाटा फीडिग आदि का कार्य करने के लिए आपरेटर भी तैनात हैं और कंप्यूटर भी है। ज्ञापन में सभी ने शिक्षकों को अतिरिक्त कार्य से मुक्त करने की मांग की। इस मौके पर बस्ती मंडल के संयोजक और पूर्व जिलाध्यक्ष आन्जनेय त्रिपाठी, रेनू अग्रहरि, सुरेश कुमार मौर्य, नीलम पांडेय, भोलानाथ मिश्र समेत संगठन के अनेक पदाधिकारी मौजूद रहे।