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विद्युत बिल गड़बड़ी में एमडी ने एक्सईएन खलीलाबाद को हटाया

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड वाराणसी के एमडी गोविन्द राजू एनएस ने एक्सईएन-खलीलाबाद संजय कुमार ¨सह को तत्काल प्रभाव से यहां से हटाते हुए मुख्य अभियंता कार्यालय-बस्ती में संबद्ध कर दिया है। इसी एक्सईएन की यूजर आइडी हैक करके बिजली बिल में लाखों रुपये की हेराफेरी करने के मामले में अधीक्षण अभियंता-बस्ती मनमोहन सारण व लेखाकार मो. आदिल की दो सदस्यीय जांच कमेटी ने मुख्य अभियंता-बस्ती ओपी यादव को सोमवार को अपनी रिपोर्ट सौंपी है।

By Edited By: Published: Wed, 30 Oct 2019 11:37 PM (IST)Updated: Wed, 30 Oct 2019 11:37 PM (IST)
विद्युत बिल गड़बड़ी में एमडी ने एक्सईएन खलीलाबाद को हटाया
विद्युत बिल गड़बड़ी में एमडी ने एक्सईएन खलीलाबाद को हटाया

संतकबीर नगर: पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड वाराणसी के एमडी गोविन्द राजू एनएस ने एक्सईएन-खलीलाबाद संजय कुमार ¨सह को तत्काल प्रभाव से यहां से हटाते हुए मुख्य अभियंता कार्यालय-बस्ती में संबद्ध कर दिया है। इसी एक्सईएन की यूजर आइडी हैक करके बिजली बिल में लाखों रुपये की हेराफेरी करने के मामले में अधीक्षण अभियंता-बस्ती मनमोहन सारण व लेखाकार मो. आदिल की दो सदस्यीय जांच कमेटी ने मुख्य अभियंता-बस्ती ओपी यादव को सोमवार को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। मुख्य अभियंता इस जांच रिपोर्ट को निदेशक वाणिज्यिक पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड-वाराणसी ओपी दीक्षित को सौंपेंगे। दैनिक जागरण में सोमवार को 'इरादा जांच का या फिर दबाने का..!'शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई है। इसमें जांच टीम गठित होने व कोतवाली खलीलाबाद थाने में कुछ दिन पहले तहरीर देने के बाद भी एक्सईएन की यूजर आइडी हैक करके बिजली बिल में लाखों रुपये की हेराफेरी करने वालों का अब तक सुराग न लगने की बात को प्रमुखता से उठाया है। बिजली विभाग के एमडी को लगा कि एक्सईएन खलीलाबाद के रहते जांच पारदर्शिता व निष्पक्षता के साथ नहीं हो सकती, इसलिए इन्हें यहां से हटाया गया। वहीं जांच कमेटी ने सोमवार को मुख्य अभियंता-बस्ती को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। वहीं बिजली विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों में भी खलबली पूरे दिन मची रही। बताते चलें कि एक्सईएन-खलीलाबाद की आइडी हैक करके पहले विद्युत उपकेंद्र-हरिहरपुर के 29 व इसके बाद 24 कुल 53 उपभोक्ताओं के बिल की बकाया राशि को घटा दिया गया था। घटाई गई राशि में से एक भी पैसा बिजली विभाग में जमा नहीं किया गया था। ऐसा करके लाखों रुपये की घपलेबाजी की गई थी। यह प्रकरण सामने आने के बाद अधीक्षण अभियंता-बस्ती मनमोहन सारण ने जिले के सभी एसडीओ से ऐसे उपभोक्ताओं की रिपोर्ट मांगी। धनघटा व खलीलाबाद शहर के एसडीओ अपनी ये रिपोर्ट नहीं दे पाए थे। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड-वाराणसी के निदेशक वाणिज्यिक ओपी दीक्षित ने कहा कि इस मामले में दोषी कदापि नहीं बचेंगे। उनकी नजर इस मामले पर है। जांच रिपोर्ट मिलने पर वे इसका अध्ययन करेंगे। इसके बाद उचित कदम अवश्य उठाएंगे।

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