मनरेगा से गुलजार होगी रोजगार की बगिया
कोरोना की महामारी में बेकारी झेल रहे गैर प्रांतों से आए कामगारों को राहत पहुंचाने की पहल हो रही है।
संत कबीरनगर : कोरोना की महामारी में बेकारी झेल रहे गैर प्रांतों से आए कामगारों को राहत पहुंचाने की पहल हो रही है। मुख्यमंत्री फलोद्यान योजना के तहत जॉब कार्डधारक मजदूर, लघु एवं सीमांत किसानों के बाग में तीन साल रखवाली कर सकते हैं, जिसका भुगतान उन्हें मनरेगा से होगा। इससे आम की बगिया तो हरी-भरी होगी ही मजदूरों की बेकारी भी दूर होगी।
चालू वित्तीय सत्र में 40 हेक्टेयर में आम का बाग लगाने का लक्ष्य मिला है। एक हेक्टेयर में लंगड़ा, चौसा, दशहरी, आम्रपाली, सफेदा, गौरजीत आदि प्रजातियों में से किसी एक आम का 400 पौधा किसान लगा सकेंगे। 90 फीसद पौधों के जीवित रहने पर पहले साल में 69,877 रुपये, दूसरे साल में 25,129 व तीसरे साल-23,379 यानी तीन साल में कुल 1,18,385 रुपये अनुदान मिलेगा। वहीं पौधा, खाद, रसायन आदि मुफ्त में उद्यान विभाग से मिलेगा। जिला उद्यान अधिकारी एसके दूबे ने कहा कि इसी राशि में से काम करने वाले प्रवासी मजदूरों के बैंक खाते में मजदूरी भेजी जाएगी।
इनसेट
जिले की यह है स्थिति
गैर प्रांत से आए कामगार 92000
जाब कार्डधारक बाहर से आए कामगार 9,500
कुल जाब कार्डधारक 2.77 लाख
आम के बाग का क्षेत्रफल 95 हेक्टेयर
लीची के बाग का क्षेत्रफल 10 हेक्टेयर
अमरूद के बाग का क्षेत्रफल 25 हेक्टेयर
नींबू के बाग का क्षेत्रफल 05 हेक्टेयर
अन्य बाग का क्षेत्रफल 25 हेक्टेयर
फूल, सब्जी व मसाला खेती का क्षेत्रफल 2200 हेक्टेयर