केरोसिन के आवंटन को लेकर लामबंद हुए कोटेदार
गांवों में केरोसिन (मिट्टी का तेल) की मांग अब जोर पकड़ने लगी है।
संत कबीरनगर : मेंहदावल तहसील क्षेत्र के गांवों में केरोसिन (मिट्टी का तेल) की मांग अब जोर पकड़ने लगी है। ग्रामीणों की मांग से परेशान कोटेदारों ने डीएम रवीश गुप्त को मांगपत्र भेजते हुए जल्द से जल्द केरोसिन तेल का आवंटन करने की मांग की है।
बीते कुछ माह पूर्व शासन द्वारा रसोई गैस व बिजली कनेक्शन धारकों को केरोसिन तेल नहीं देने का फैसला किया था। निर्देश के बाद जनपद के 65 फीसद कार्डधारकों को मिट्टी का तेल नहीं देने का फैसला किया गया बाकी बचे 35 फीसद उपभोक्ताओं को मांग नहीं करने के कारण तेल की आवश्यकता जरूरी नहीं बताते हुए आवंटन शून्य कर दिया गया। कुछ समय तक सबकुछ ठीक रहा लेकिन कोरोना बीमारी के बढ़ने व प्रवासी मजदूरों के वापस लौटने के बाद लोगों को केरोसिन की आवश्यकता पड़ी तो ग्रामीण कोटेदार से लेकर अधिकारियों से गुहार लगाने लगे। तेल का आवंटन होने के बाद भी आपूर्ति विभाग ने उठान को लेकर गाइडलाइन जारी नहीं की, जिससे कोटेदारों के सामने संकट खड़ा हो गया। कुछ दिन पूर्व आवंटन हुआ भी तो वह कागजी साबित हुआ। इसी क्रम में मेंहदावल में भरथुआ, गौरीराई, मोतीपुर, बेलहर, सांथा, मेंहदावल के दो दर्जन से अधिक कोटेदारों ने डीएम को पत्र भेजते हुए ग्रामीणों की मांग को ध्यान में रखते हुए केरोसिन तेल आवंटन करने की मांग की है। कोटेदारों ने शासन से भी हस्तक्षेप करने की मांग की है।