खातों पर लगी रोक, जांच कमेटी गठित
संतकबीर नगर जिम्मेदारों की चूक से प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के 617 लाभार्थियों के खाते में 6.17 करोड़ रुपये जाने के बाद हरकत में आए विभाग ने बैंक खाते पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। हालांकि इस बीच 80 ने खाते से धन की निकासी कर ली है। मामले की गंभीरता को देखते हुए शनिवार को जिलाधिकारी ने जांच कमेटी गठित कर दी।
संतकबीर नगर: जिम्मेदारों की चूक से प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के 617 लाभार्थियों के खाते में 6.17 करोड़ रुपये जाने के बाद हरकत में आए विभाग ने बैंक खाते पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। हालांकि इस बीच 80 ने खाते से धन की निकासी कर ली है। मामले की गंभीरता को देखते हुए शनिवार को जिलाधिकारी ने जांच कमेटी गठित कर दी। रिपोर्ट के बाद अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है।
दरअसल, नगर पंचायत मेंहदावल, हरिहरपुर व नगरपालिका खलीलाबाद के आवास योजना के लाभार्थियों की अंतिम किस्त कोरोना के चलते अटकी हुई थी। बीते 27 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद के 4227 लाभार्थियों के खाते में 34.69 करोड़ रुपये भेजे थे। विभाग ने शासन को जो सूची भेजी उसमें 617 ऐसे लाभार्थियों का नाम भेजा जिन्हें तीसरी किस्त के रूप में 50 हजार मिलना था, लेकिन संस्तुति दूसरी किस्त के लिए कर दी। इस तरह से उनके खाते में डेढ़ लाख रुपये आ गए। अब डूडा द्वारा धनराशि निकासी करने वालों की निगरानी की जा रही है। परियोजना अधिकारी, डूडा, परमेंद्र सिह ने बताया कि गलती से रुपये अधिक चले गए हैं। जानकारी होते ही खातों पर रोक लगा दी गई है। हालांकि कुछ ने धन की निकासी की है। चूंकि उन्हें अंतिम किस्त के रूप में 50 हजार मिलने हैं, इसलिए यह पता किया जा रहा है कि उन्होंने कितना धन निकाला है। इसके साथ ही लाभार्थियों से संपर्क कर उन्हें इसके बारे में बताया जा रहा है।
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लाभार्थियों के खाते में गए अधिक धन की निगरानी की जा रही है। मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई गई है। जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई तय है। फिलहाल पहले धन के रिकवरी पर ध्यान केंद्रित किया गया है। विभागीय अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया है कि किसी लाभार्थी को परेशान न किया जाए।
दिव्या मित्तल, जिलाधिकारी, संतकबीर नगर।