मइया जय अंबे गौरी से गूंजा घर व मंदिर
संतकबीर नगर नवदुर्गा महापर्व पर पूजन-अर्चन से वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। नवरात्र के पांचवे
संतकबीर नगर : नवदुर्गा महापर्व पर पूजन-अर्चन से वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। नवरात्र के पांचवें दिन बुधवार को नवदुर्गा के मातृस्वरूपिणी स्कंदमाता की विधिविधान से आराधना हुई। या देवी सर्वभूतेषु मातृ रूपेण संस्थिता नमस्तैस्ये नमस्तैस्ये नमस्तैस्ये नमो नम: एवं दुर्गा सप्तशती का पाठ कर श्रद्धालुओं ने जहां आराध्य देवी की स्तुति की वहीं मंदिरों में भक्तों ने दर्शन किया।
शहर के समय माता मंदिर पर सुबह श्रृंगार व आरती के बाद से देर रात तक दर्शनाथियों के आने का सिलसिला जारी रहा। इसके साथ ही दुर्गा मंदिर बरदहिया, वन देवी, पाटेश्वरी मंदिर सहित जिले के विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं द्वारा पूजन-अर्चन किया गया। मंदिरों में कोविड-19 नियमों का पालन करते हुए भक्त दर्शन कर रहे हैं।
जनपद के मंदिरों में पूजन
धनघटा, पौली, हैंसर, शनिचरा, कालीजगदीशपुर, चुरेब, मेंहदावल के कबेरनाथ मंदिर, उत्तर पट्टी स्थित दुर्गा मंदिर, शीतला माता मंदिर के साथ नाथनगर, मगहर, बखिरा, बघौली, बखिरा, बघौली, दुधारा,सेमरियावां क्षेत्र के मंदिरों में दर्शनार्थी पहुंच रहे हैं।
मां कात्यायनी की आराधना आज
नवरात्र के छठवें दिन गुरुवार को मां कात्यायनी की आराधना होगी। आचार्य गौरी शंकर शास्त्री का कहना है कि देवी ने ऋषि कात्य के घर जन्म लिया। गोपियों ने श्रीकृष्ण को पाने के लिए मां के इसी रूप का पूजन किया था। मां सहज भाव से प्रसन्न होकर भक्तों का कल्याण कर मनवांछित फल प्रदान करने वाली हैं।