गूंजी गुरुवाणी, गुरुतेग बहादुर की महिमा का हुआ गान
्रसंतकबीर नगर खलीलाबाद गुरुद्वारा में शनिवार को सिख धर्म के नौवें गुरु तेग बहादुर का बलिदान दिवस शहीदी पर्व के रूप में श्रद्धापूर्वक मनाया गया। भक्तिभाव से भव्य झांकी सजाकर पाठ हुआ।
संतकबीर नगर :खलीलाबाद गुरुद्वारा में शनिवार को सिख धर्म के नौवें गुरु तेग बहादुर का बलिदान दिवस शहीदी पर्व के रूप में श्रद्धापूर्वक मनाया गया। भक्तिभाव से भव्य झांकी सजाकर पाठ हुआ। कथा, कीर्तन गुरुवाणी, लंगर में लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। बोले सो निहाल, सतश्री अकाल, वाहे गुरु का खालसा-वाहे गुरु की फतह की गूंज रही। गुरु के व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा करके नमन किया गया। सभी ने मानवता, सदाचार, आपसी सद्भाव के साथ गुरु के बताए सद्मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
ज्ञानी जोगिदर सिंह ने गुरु की महिमा गान किया। उन्होंने कहा कि गुरु ने तिलक व जनेऊ की रक्षा की खातिर जुल्म व अत्याचार के खिलाफ लड़कर इंसानियत का फर्ज निभाया। उन्होंने मानवता के हित में कार्य करो को सच्चा धर्म बताया। बलबंत कौर ने कहा कि सिख जाति, मजहब, संप्रदाय नहीं बल्कि सीख है। यह अहिसा व मानवता के संदेश का संवाहक है। गुरुद्वारा के अध्यक्ष सरदार अजीत सिंह ने कहा कि धर्म व मानवता की रक्षा के लिए गुरु तेग बहादुर ने अपना शीश बलिदान किया। उनके स्मरण मात्र से सद्कर्म की प्रेरणा मिलती है।
इस मौके पर हरभजन सिंह, सतविदर पाल जज्जी, मदन सिंह, सुरेंद्र सिंह, मनजीत सिंह, महेंद्र पाल सिंह रोमी, परमजीत सिंह, रविद्र पाल सिंह, परविदर सिंह, भूपेंद्र पाल सिंह, जसविदर सिंह, हरप्रीत सिंह सभासद कवंलजीत सिंह, कमलजीत कौर, शरणजीत कौर, गुरप्रीत कौर, रजिदर कौर, हरजिदर कौर आदि मौजूद रहे।
25 फीट की ऊंचाई पर पहुंचकर बदला चोला
गुरुद्वारा में सुबह आठ बजे निशान साहब की सेवा की गई। परंपरागत ढंग से वस्त्र (चोला) बदला गया। सेवादार सुखविदर सिंह ने 25 फिट की ऊंचाई पर चढ़कर चोला बदला।