सात किमी की दूरी से बचने में जा रही जान
गोरखपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोई कट न होने के कारण सात किमी की दूरी तय करने से बचने की कोशिश हर दिन और लगभग हर वक्त देखने को मिलती है। ई-रिक्शा हो या फिर अन्य वाहन अथवा साइकिल, मोटरसाइकिल, कार सवार अधिकांश लोग यातायात के नियमों का उल्लंघन कर समय बचाने के चक्कर में गलत लेन पकड़ लेते हैं।
संतकबीर नगर: गोरखपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोई कट न होने के कारण सात किमी की दूरी तय करने से बचने की कोशिश हर दिन और लगभग हर वक्त देखने को मिलती है। ई-रिक्शा हो या फिर अन्य वाहन अथवा साइकिल, मोटरसाइकिल, कार सवार अधिकांश लोग यातायात के नियमों का उल्लंघन कर समय बचाने के चक्कर में गलत लेन पकड़ लेते हैं। सोमवार की रात करीब 8:15 बजे हुई घटना इसकी प्रमुख वजह मानी जा रही है। इस घटना ने एक बुजुर्ग महिला की जान ले-ली। चार अन्य यात्रियों की हालत गंभीर है। इनका उपचार जिला संयुक्त चिकित्सालय में चल रहा है।
गोरखपुर-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सरैया बाईपास से भुआरिया चौराहे तक सात किमी की दूरी तक कोई कट नहीं है। जबकि इसके अगल-बगल तमाम गांव है, सड़क के किनारे कई दुकानें खुली हुई है। इनमें से तमाम लोगों को पहले अथवा बीच में ही रुकना होता है, इसलिए ये नियमानुसार लेन से भुआरिया चौराहा जाने की बजाय गलत लेन पकड़ लेते हैं, सात किमी की दूरी से बचने तथा जल्द अपने ठिकाने पर पहुंचने की चाहत में ऐसा कदम उठा लेते हैं। जान जोखिम में डालकर ये यात्रा करने से नहीं हिचकते। इसी का परिणाम है कि गलत लेन चल रहे ई-रिक्शा को गोरखपुर की तरफ जा रही एक ट्रक ने सोमवार की रात करीब 08:15 बजे नवीन सब्जी मंडी-सरैया बाईपास के पास ठोकर मार दी। इस घटना में एक बुजुर्ग महिला की जहां मौके पर ही मौत हो गई, वहीं चार अन्य यात्री गंभीर रुप से घायल हो गए। नेशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया(एनएचएआइ)व यातायात पुलिस ने इस पर समय रहते यदि कोई पहल नहीं की तो कइयों की जान और जा सकती है।
------------------